Datia News : दतिया। रविवार को वृक्षों का पूजन कर उनकी आरती उतारी गई। अक्सर तीज त्यौहार पर ही ऐसा देखने को मिलता है। जब अधिकांशतया महिलाएं पीपल और वटवृक्ष को रक्षा सूत्र बांधकर पूजा अर्चना करती है। लेकिन रविवार को यह आयोजन हर जगह हुए। जहां अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने भी पुराने वृक्षाें का पूजन किया।
इसकी शुरुआत दतिया में कलेक्टर संजय कुमार ने की। उन्होंने कलेक्टर निवास में लगे पुराने नीम के पेड़ को तिलक लगाकर उसे पुष्पमाला अर्पित की। इसके साथ ही पूजा की थाली में दीपक सजाकर वृक्ष की आरती उतारी। इस दौरान उन्होंने अपने निवास पर ही कटहल का वृक्ष रोपित भी किया।
इस मौके पर कलेक्टर संजय कुमार ने कहाकि वृक्ष प्राणवायु देने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में जिनसे जीवन है उन्हें सम्मान करने का फर्ज बनता है, इन वृक्षों को देखकर इनसे जुड़ी पुरानी यादें भी ताजा होती है। उन्होंने कहाकि पुराने वृक्षों को सम्मान देने का उद्देश्य भी यही है कि लोग पौधारोपण के प्रति प्रेरित हों। पौधारोपण कार्यक्रम के तहत अन्य चिंहित स्थानों पर भी पौधे रोपे गए।
रविवार को दतिया जिले में विकास यात्रा की शुरुआत भी पौधरोपण के कार्यक्रमों के साथ हुई। इस दौरान समाज के सभी वर्गों एवं जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित कर गांव एवं शहरों में स्थित प्राचीन वृक्षों की पूजा अर्चना कर वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधकर उनका सम्मान भी किया।
वृक्षों का सम्मान कर याद की पुरानी यादें : इस दौरान मौजूद लोगों में पुराने वृक्षों के प्रति सम्मान का भाव भी नजर आया। इस मौके पर कुछ लोगों ने पूजन करते हुए बताया कि उन्होंने बचपन के दिनों में उक्त वृक्षों के नीचे काफी समय गुजारा। इसके साथ ही वृक्षों के जीवन में महत्व को भी बताया गया। पौधरोपण कार्यक्रम सिर्फ औपचारिकता भर न रह जाए, इसी उद्देश्य को लेकर प्राचीन वृक्षों के रूप में बरगद, पीपल नीम, गूलर आदि वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी पूजा अर्चना किए जाने की शुरुआत की गई।