एपिसोड़ की शुरुआत में अक्षरा अभिमन्यु को गले लगा कर सो जाती है, वह अभिमन्यु को भी जैकेट से ढक लेती है। इधर कुणाल अक्षरा को दूसरे अस्पतालों में ढूंढ़ता है। अक्षरा जागने के बाद अभिमन्यु को भी जागने के लिए कहती है। तभी नर्स उसे दवाई लाने को कहती है। दूसरी तरफ कुणाल को अक्षरा का पता चल जाता है और वह उससे मिलने के लिए दौड़ता है।
अक्षरा को कुणाल पर आया गुस्सा
बिड़ला परिवार भी अस्पताल पहुँच जाता हैं और अभिमन्यु के बारे में पूछते हैं। अक्षरा कहती है कि वह पहले की तरह इस बार अभिमन्यु को नहीं छोड़ेगी। वह दवा लाने जाती है। बिड़ला अभिमन्यु को देखते है और तभी मंजरी ने अक्षरा को अभिमन्यु की हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया।

फिर कुणाल अक्षु को उसके वादे के बारे में याद दिलाता है।अक्षरा कुणाल पर गुस्सा होती है, कुणाल कहता है कि वह अपना वादा नहीं तोड़ सकती है।

अक्षरा-कुणाल में हुई बहस
अक्षरा कहती हैं कि उसने माया के लिए गाने से इनकार नहीं किया। तब कुणाल कहता है कि उसने वादा किया था कि वह अभिमन्यु से भी नहीं मिलेगी।
अक्षरा कहती है कि शर्त यह थी कि वह अभिमन्यु से नहीं मिल सकती लेकिन किस्मत के आगे वो कुछ नहीं कर सकती है। अक्षु आगे कहती है कि वह उसे अभिमन्यु से अलग करने की कोशिश कर सकता है लेकिन किस्मत उन्हें करीब लाएगी।
अक्षरा ने किया यह फैसला
अक्षरा कुणाल से कहती है कि वह स्वार्थी हो गया है और एक साल में वह ज़रा भी नहीं बदला और स्वार्थी है। अक्षरा अभिमन्यु के साथ रहने का फैसला करती है। कुणाल का कहता है कि अगर अभिमन्यु को इस स्थिति के बारे में पता चल जाएगा तो वह सब कुछ ख़त्म कर देगा।
अक्षरा उसके साथ समझौता करने के लिए अभिमन्यु के गुस्से का सामना करने के लिए भी तैयार हो जाती है।
माया को है इस बात का डर
अभिमन्यु अक्षरा को पुकारता है, मंजरी अक्षरा को कोसती है। अक्षरा मंजरी और महिमा की बाते सुनकर दुखी हो जाती है। डॉक्टर कहता है कि अब अभिमन्यु ठीक है। डॉक्टर उस महिला को धन्यवाद देने के लिए कहते हैं जो उसे समय पर ले आई।
मंजरी और हर्ष अनजाने में अक्षरा को आशीर्वाद देते हैं। इधर माया कुणाल से अक्षरा के बारे में पूछती है। वह कहती है कि अगर अक्षरा उसके सपने को पूरा किए बिना चली गई तो वह मर जाएगी। माया कुणाल को अक्षरा के साथ अपने झगड़े को सुलझाने और उसे वापस लाने के लिए कहती है।
प्रीकैप : बिड़ला परिवार गणेश चतुर्थी सेलिब्रेट करते हैं। अक्षरा उदयपुर जाती है।