Datia News : दतिया। जिले में पिछले दिनों निलंबित हुए सात पटवारियों को बहाल कर दिया गया। जिन पटवारियों को निलंबित किया गया था उनमें दतिया के चार, इंदरगढ़ में एक तथा सेवढ़ा में दो शामिल बताए जाते हैं। सोमवार को इन्हें बहाल किया गया। उक्त पटवारियों के निलंबन को गलत ठहराते हुए जिले भर के पटवारी आंदोलनरत थे। इसके बाद तहसील की तालाबंदी को लेकर पटवारियों पर कराई गई एफआईआर से मामला और तूल पकड़ गया। जिसे देखते हुए पटवारियों की हड़ताल अभी भी खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे।
निलंबन वापिसी के बावजूद पटवारियों और प्रशासन के बीच टकराव बरकरार है। जिसका कारण कि सेवढ़ा में निलंबित पटवारियों की बहाली के साथ विभागीय आदेश को भी जोड़ दिया गया है।
वहीं बड़ौनी में एक सैकड़ा से भी अधिक आंदोलनकारी पटवारियों के विरुद्ध पुलिस थाने में दर्ज मामले को लेकर प्रशासन के रुख का स्पष्ट न होना बताया जा रहा है। वहीं पटवारी संघ जिला अध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव का कहना है अभी तक कोई भी बहाली का आदेश नहीं प्राप्त हुआ है। मंगलवार को सभी पटवारियों की बैठक होगी। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
मप्र पटवारी संघ के तहसील अध्यक्ष भांडेर मुकेश साध्या ने बताया कि दतिया में निलंबित चार पटवारियों का निलंबन बिना किसी जांच आदेश के रद्दकर उनके बहाली के आदेश जारी कर दिए गए। लेकिन सेंवढ़ा में दो तथा एक इंदरगढ़ सहित कुल तीन निलंबित पटवारियों का निलंबन रद्द भी किया और साथ में विभागीय जांच की तलवार भी उनकी गर्दन पर लटका दी। जो कि हमें मंजूर नहीं है। इसी प्रकार बड़ौनी में आंदोलनकारी पटवारियों के विरुद्ध फाइल कराई गई एफआईआर पर भी प्रशासन का रुख स्पष्ट नहीं है। इसके लिए आज सभी पटवारी प्रांतीय अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल के नेतृत्व में एसपी से मुलाकात की जाएगी। ऐसे में फिलहाल जिले में पटवारी जल्दी हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने के मूड़ में नहीं दिख रहे हैं।
वहीं इंदरगढ़ में पटवारी संघ की चौथे दिन भी रही हड़ताल जारी रही। तहसील कार्यालय में कामकाज ठप्प रहने से किसान परेशान हुए। पटवारियों के हड़ताल पर जाने से आय-जाति प्रमाण पत्र, नामांतरण, बंटवारा, रजिस्ट्री समेत कई काम नहीं हो रहे हैं।