Datia News : दतिया । लंबे इंतजार के बाद सोमवार को बरसात राहत की तरह आसमान से बरसी। इससे किसानों के चेहरे भी खिल उठे, वहीं लोगों को तीखी धूप व गर्मी से भी राहत मिली। मौसम की पहली झमाझम बारिश से लोगों में खासा उत्साह दिखाई दिया।
जिले में लगभग 35 फीसद खरीफ फसल की बोनी हो चुकी है, जिसके लिए यह पानी बहुत जरुरी था। यह बारिश बोई गई खरीफ की फसल के लिए फायदेमंद रहेगी।
कृषि विभाग की मानें तो यह पर्याप्त पानी तो नहीं है, मगर एक दो बार बारिश और हो जाएं तो बीज का अंकुरण पर्याप्त रूप से हो जाएगा।
सोमवार दोपहर बादलों ने आसमान में डेरा जमाना शुरू किया। जिसके बाद ठंडी हवा ने मौसम खुशगवार कर दिया। कुछ देर में ही बारिश का दौर शुरू हो गया और करीब 1 घंटे से ज्यादा हुई बारिश ने उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को काफी राहत दी।
मौसम सुहाना हो गया और लोग घरों के बाहर गली और मोहल्लों की सड़कों पर व घरों की बालकनी पर मौसम का आनंद लेते दिखाई दिए। दतिया शहर सहित बड़ौनी, उदगवां, जिगना, सनोरा, उनाव, दुरसड़ा, सड़वारा अन्य आसपास के गांवों में बारिश हुई है।
किसानों का कहना है कि खरीफ की फसल के लिए यह कुछ देर की बारिश भी अमृत के समान रहेगी। बारिश से पूर्व जोरदार बिजली कड़कड़ाती रही। आसमान पर घने बादल भी छा गए, बरसात गिरने के साथ ही शहर की बिजली गुल हो गई। जो काफी देर बाद आई। मौसम में ठंडक छा जाने के कारण बिजली का जाना लोगों अखरा नहीं।
दो दिन से पारे में आ रही थी गिरावट
पिछले चार दिनों से लगातार अधिकतम तापमान में गिरावट तो आ रही थी, किंतु उमस और गर्मी से निजात नहीं मिल पा रही थी। इससे लोग खासे परेशान थे। गत रविवार को दोपहर बाद दिनभर बादल छाए रहे फिर शाम 6 बजे बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई थी।
सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि गत रविवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस रहा था।
सोमवार दोपहर वातावरण में नमी आने के साथ मानसूनी बादल छाने के साथ एक घंटा तेज बारिश होती रही। मौसम के जानकारों के अनुसार ग्वालियर चंबल संभाग में मानसून ट्रफ लाइन अादर्श स्थिति में थी। इस कारण बारिश हुई है। आगामी दो दिन हल्की से मध्यम बारिश के भी अासार रहेंगे।
बंगाल की खाड़ी में मानसून सक्रिय हो गया है। मानसून ट्रफ लाइन भी पश्चिम से पूर्व तक बन रही है। दो दिन पहले यह ट्रफ लाइन हरियाण व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर से होते हुए गुजर रही थी। 13 जुलाई को भी बारिश की संभावना बनी हुई है। यह संभावन हल्की बूंदाबांदी में भी तब्दील हो सकती है।
खरीफ के उत्पादन पर पड़ेगा असर
जिले में मानसून इस बार काफी लेट हो गया है। इसके चलते खरीफ की फसल पर इसका प्रभाव पड़ रहा था। कृषि विज्ञानी का मानना था कि अंकुरण और फसलों के फलन (फल आने का समय) के बीच के जो अंतराल है, उसमें खरीफ फसल का पर्याप्त समय नहीं मिल पाएगा।
ऐसी स्थिति यदि बारिश में देरी होने पर ऐसे में दाना छोटा होने की भी आशंका बनी रहती है। जिले में करीब सवा दो लाख हेक्टेयर खरीफ की फसल का रकबा है, जिसमें उत्पादन होना है। इसमें से लगभग 75 हजार हेक्टेयर में धान की बोआई की जानी वाली है।
इस प्रकार मंूगफली 38 हजार हेक्टेयर में बोई जाना है। जिले में बारिश नहीं होने पर फसलों पर इसका असर पड़ सकता था। सोमवार को हुई बारिश से खरीफ बुआई को नया जीवनदान मिल गया है।
बिजली गिरने से मवेशी चरा रहा ग्रामीण झुलसा
दुरसड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम सड़वारा में सोमवार को ग्रामीण श्रीप्रसाद पुत्र हरपे कुशवाहा अपने खेत पर भैसें व बकरी चरा रहा था। इसी दौरान तेज बारिश आने पर वह नहर के पास लगे चिरोल के पेड़ के पास बैठ गया। तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरने से अधेड़ गंभीर रूप से झुलस गया।
रास्ते से गुजरे रहे कमल किशोर, बट्टे कुशवाहा ने जब चीखने की आवाज सुनी तो वह मौके पर पहुंचे, जहां श्रीप्रसाद के घायल अवस्था में पड़ा था। उसके कपडे़ एवं पेट जल गए थे।
हालत गंभीर देखकर गांव में सूचना दी गई। ग्रामीणों की मदद से उसे उनाव स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया। जहां से उसे मेडिकल कालेज झांसी रेफर कर दिया गया।