अलीगढ़ : अपने प्यार को हासिल करने के लिए कासगंज जिले की मुस्लिम युवती अलीगढ़ जिले के पालीमुकीमपुर में प्रेमी के पास आ गई। स्वजन युवती को बुलाने पहुंचे तो उसने जाने से साफ इन्कार कर दिया। दबाव डालने पर पुलिस बुला ली और बताया कि दोनों मंदिर में शादी कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच कई सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पता चला तो युवती के स्वजन ने बंदिशें लगाने के साथ ही उसके निकाह की तैयारी शुरू कर दी। युवती ने मना किया तो मारपीट की गई। युवती शनिवार को मौका देख घर से भाग निकली और पालीमुकीमपुर में अपने प्रेमी के घर पहुंच गई। एसओ पालीमुकीमपुर रामवकील सिंह ने बताया कि दोनों पहले ही मंदिर में शादी कर चुके हैं। इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है।
दोस्ती प्यार में बदल गई, साथ जीने मरने की कसमें खाईं
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कासगंज निवासी निशा खान की फोन के जरिए, इलाके के गांव नगला बिजौली निवासी युवक अमित माहेश्वरी से दोस्ती हो गई. दोनों अलग-अलग समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. उन दोनों के घर वाले भी शादी के लिए राजी नहीं थे. लेकिन दोनों ने साथ जीने की कसमें खा लीं. युवती प्रेमी के घर पहुंच गई और साथ रहने को कहा.
युवती ने धर्म परिवर्तन कर किया विवाह
प्रेमी ने कहा कि वह उससे मंदिर में शादी करेगा. इसके लिए युवती भी राजी हो गई. युवती ने पहले अपना धर्म परिवर्तन किया और प्रेमी के साथ मंदिर में शादी रचाई. फेरे पूरे होने के बाद युवक अपनी प्रेमिका से पत्नी बनी युवती को अपने घर ले गया. जहां शादी के बाद दुल्हन के घर आने की रस्म अदायगी की गई. प्रेमी प्रेमिका की यह शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.