दतिया. जिले के हर गांव में दो वर्ष बाद दिसम्बर 2023 तक नल कनेक्शन घर-घर पहुंच जाएंगे। इन घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से प्रति व्यक्ति 55 लीटर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए हर घर से 60 रुपये प्रतिमाह पानी बिल के रूप में लिया जाएगा। उक्ताशय की जानकारी कलेक्टर संजय कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को नवीन कलेक्ट्रेट में आयेाजित जल जीवन मिशन के तहत रेट्रोफिटिंग कार्यों की समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी, ठेकेदार, जनपद पंचायतों एवं विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत जिले में वर्ष 2023 तक ग्रामीण क्षेत्र के सभी परिवारों को घरेलू नल कलेक्शन के माध्यम से पेयजल प्रदाय करने की कार्ययोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि ठेकेदार पाइप लाइन एवं अन्य अधोसंरचना व उपयोग में आने वाले उपकरण की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। अच्छी क्वालिटी की पाइप लाइन व्यवस्थित रूप से डाली जाएं। जिससे गांव में नल कनेक्शन लगने के बाद किसी प्रकार की परेशानी आम लोगों को ना हो।
इस कार्य में स्थानीय ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लिया जाए। इस कार्य के लिए गांव में गठित की गई उप समितियों को इसकी जानकारी दी जाए। कलेक्टर ने कहाकि घरेलू नलों एवं पाइपलाइन के संधारण के लिए स्थानीय स्तर पर महिलाओं के स्वसहायता समूहों को प्लम्बर का कार्य दिया जाए। जिससे स्थानीय स्तर पर ही महिलाओं केा रोजगार भी प्राप्त होगा।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में 610 ग्रामों में से 82 ग्रामों में सभी घरों में घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं, जिसमें दतिया जनपद के 77 एवं सेवढा के 5 ग्राम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग द्वारा 95 ग्रामों में रेट्रोफिटिंग की योजना स्वीकृत की गई जिसमें 2 लाख 17 हजार 221 एफएफटीसी प्रस्तावित है। 83 ग्रामों में कार्य प्रगति पर है। 15 योजना 2021 तक एवं शेष 79 को जून माह तक पूर्ण किया जाना है। इस दौरान बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत शत प्रतिशत घरों में घरेलू नल के माध्यम से पानी पहंुचाने के लिए जल निगम द्वारा 41, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के सिविल खंड द्वारा 130 और मैकेनिकल खंड द्वारा 36 ग्रामों में इस प्रकार 310 ग्रामों में कार्य चल रहा है। बैठक में जानकारी दी गई कि पाइप लाइन डालने एवं संधारण 10 वर्ष तक ठेकेदार द्वारा किया जाएगा। देखरेख की व्यवस्था गांव में गठित उप समिति द्वारा की जाएगी।