Bhopal News : भोपाल । किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने एक बार फिर भाई बन कर एक बहन की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है। उन्होंने गत दिवस हरदा सर्किट हाउस में मिलने आई ज्योति प्रजापति को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। मंत्री पटेल ने ज्योति को आश्वस्त किया कि उसे नर्सिंग का कोर्स करवाएंगे और पढ़ाई का पूरा खर्च वे स्वयं उठाएंगे।
मंत्री पटेल ने हरदा सर्किट हाउस में मानसिक रूप से विक्षिप्त पिता और बिन मां की बेटी ज्योति की पीड़ा को सुनकर उसकी हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया। हरदा के खिरकिया विकासखंड के ग्राम जामनिया की रहने वाली ज्योति ने बताया कि उसकी दो मूक-बधिर बहनें और एक छोटा भाई है। सभी की जिम्मेदारी उसी पर है। ज्योति ने मंत्री पटेल से सहायता की मांग की थी।
ज्याेति अब आसानी से कर सकेगी नर्सिंग कोर्स : मंत्री पटेल ने रक्षाबंधन के पहले आई बहन ज्योति को निराश नहीं किया। उन्होंने ज्योति की इच्छा अनुसार नर्सिंग कोर्स के लिए भोपाल नर्सिंग कॉलेज के डायरेक्टर से फोन पर वार्तालाप कर एडमिशन देने को कहा। मंत्री ने कहा कि 4 वर्षीय नर्सिंग कोर्स का व्यय वे स्वयं वहन करेंगे।
रक्षाबंधन पर टूरिज्म प्लेस पर चलेगा विशेष अभियान : वहीं प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक मप्र टूरिज्म बोर्ड शिवशेखर शुक्ला ने बताया है कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों में महिला पर्यटकों के मन में और भी अधिक सुरक्षा और सहजता का भाव विकसित करने इस रक्षाबंधन “संकल्प-सुरक्षित पर्यटन का” अभियान चलाया जाएगा।
रक्षाबंधन पर्व पर 10 से 25 अगस्त 2022 तक पर्यटकों के मन में प्रदेश के सांस्कृतिक और सामाजिक पर्वों एवं परंपराओं से अपनेपन और सुरक्षा का भाव पैदा किया जाएगा। इसमें पर्यटक रक्षा संकल्प के साथ स्थानीय महिलाओं और पर्यटकों द्वारा सेवा-प्रदाताओं को रक्षा-सूत्र बंधन, भुजरिया पर्व में भुजरिया देकर सुरक्षा-आश्वासन और होटलों में सावन के झूले लगाने जैसी रचनात्मक गतिविधियां होंगी।
पर्यटकों को ‘परियोजना’ सहयोग संस्था द्वारा भारतीय संस्कृति की विविधता और पर्वों का सही अर्थ बताया जायेगा। जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति संवर्धन परिषद् द्वारा स्वयंसेवी संस्थाएं, पर्यटन उद्यम से जुड़े व्यक्ति और संस्थाओं के सहयोग से गतिविधियां संचालित होंगी। रेडियो और सोशल मीडिया से प्रदेशवासियों को “सुरक्षित पर्यटन स्थल” को लेकर संकल्प दिलाया जाएगा। सेफ्टी टॉक जैसे कार्यक्रम से सुझाव भी प्राप्त किए जाएंगे।