स्टार प्लस के पॉपुलर टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ फाइनली साई और विराट आमने-सामने आ गए है। शो में लीप के बाद नए ट्विस्ट और सस्पेंस सामने आने लगे है। कंकौली में मेजर ड्रामा देखने को मिल रहा है जिसमें पाखी और साई आमने-सामने आ गए हैं। इस बीच विराट भी अब जगताप और साई को साथ में देखकर गुस्से में है और साई से इसको लेकर सवाल कर रहा है।
एपिसोड की शुरुआत में साई सावी की देखभाल करती है और बीती सभी घटनाओं के बारे में सोचती है और परेशान होती है। तभी उसे पता चलता है कि सावी को तेज बुखार है। वह उसका इलाज शुरू कर देती है। जबकि, विनायक सावी को याद करता है और कंकौली में अपने बिताए समय के बारे में सोचता है। वह सावी को कॉल करने का फैसला करता है और उसका नंबर डायल करता है, लेकिन साई ने उसका कॉल रिसीव नहीं किया और उसे अनदेखा कर दिया।
परिवार ने विनायक पर बरसाया प्यार
इसके बाद नीचे जाता है और देखता है कि उसके दादा-दादी साथ में बैठे हैं। फिर अश्विनी, निनाद, सोनाली और भवानी के साथ विनायक की देखभाल करती है और उसे लाड़ प्यार करती है।
वे उस पर प्यार बरसाते हैं जबकि वह सावी को याद करता रहता है। कुछ देर में विनायक विराट-पाखी के कमरे की ओर जाता है और उन्हें एक दूसरे से बहस करते हुए देखता है।
विनायक ने टांगी साई की तस्वीर
विराट पाखी से कहता है कि साईं उसका अतीत है और वह उसका वर्तमान और भविष्य है। वह उसे आश्वासन देता है कि वह उसे कभी नहीं छोड़ेगा और कहता है कि साई उसके लिए मर चुकी है। पाखी चौंक जाती है और विराट की बातें सुनकर चुप हो जाती है जबकि विनायक हरिनी के कमरे की ओर चला जाता है।
वह हरिनी की मादा से सावी और साई के साथ अपनी तस्वीर का प्रिंट आउट लेता है और फिर तस्वीर को फ्रेम पर रखता है और बिना किसी को नोटिस किए उसे गैलरी में टांग देता है।
विराट ने खोला साई के जिंदा होने का सच
इसके बाद हरिणी डाइनिंग टेबल पर आती है और भवानी उसे डांटने लगती है। फिर विराट वहां आता है और हरिणी को शांत करता है। इसके बाद हरिनी साईं की तस्वीर देखती है और चौंक जाती है।
वह सभी को इसके बारे में बताती है। पूरा परिवार तस्वीर देखकर चौक जाता है। विराट गुस्से में आ जाता है और पाखी विनायक को अपने कमरे में ले जाती है। विराट सबको बताता है कि साई जीवित है और सावी उसकी बेटी है।
पाखी ने लिया साई का पक्ष
अश्विनी के टूटने पर भवानी इस पर भरोसा करने से इनकार कर देती है। ओंकार मोहित को सच ये छिपाने के लिए डांटता हैं। विराट बताता है कि साईं पहले ही अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुकी है।
पाखी परिवार को समझाने की कोशिश करती है और साईं के लिए एक स्टैंड लेती है। वह कहती है कि साई ने विराट और विनायक की मदद की और उनका इलाज भी किया।
इसके बाद अश्विनी ने अपना दर्द भवानी और सोनाली से शेयर किया। वह कहती है कि वह साईं को कभी माफ नहीं कर सकती। इधर जगताप सावी के कमरे के अंदर जाता है और उसे जगाता है। बुखार से परेशान होने के कारण वह उसका मूड बदलने की कोशिश करता है। साई विरोध करने की कोशिश करता है और उसे सावी से दूर रहने के लिए कहती है।
प्रीकैप : साईं सावी को गुलाब देती है और कहती कि वह सावी से प्यार करती है, जिसपर सावी अपनी माँ को गले लगा लेती है। फिर वह विनायक को यह कहते हुए फूल देती है कि वह उसका सबसे अच्छा दोस्त है, जिसपर वह भी खुश हो जाता है और उसे धन्यवाद देता है। फिर वह विराट को देता है और पूछता है कि क्या वह पाखी को नहीं देगा क्योंकि आज उसका जन्मदिन है।