दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में 57वें पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक सम्मेलन का उदघाटन किया। सम्मेलन में सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक तथा CAPFs के प्रमुख भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न स्तरों के लगभग 600 अधिकारी वर्चुअल तरीके से देश के अलग-अलग राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से शामिल हो रहे हैं।
गृह मंत्री ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन का उल्लेख करते हुए, वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने और वर्ष 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनॉमी बनाने पर बल दिया। जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व एवं वामपंथी उग्रवाद के संदर्भ में सुरक्षा उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए अमित शाह ने अगले 10 वर्षों की चुनौतियों से निपटने का खाका प्रस्तुत किया।
उन्होने कहा कि पुलिस के क्षमता निर्माण को और अधिक उन्नत करने, क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर ढांचों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा डिजिटल पब्लिक गुड्स को सुरक्षित रखने के लिए अलग नजरिया अपनाने की जरूरत है। गृह मंत्री ने कहा कि नार्को-तस्करी, हवाला तथा अर्बन पुलिसिंग जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र एवं राज्यों के बीच और बेहतर समन्वय की आवश्यकता है।
सम्मेलन के पहले दिन अनेक विषयों पर चर्चा हुई जिनमें नेपाल और म्यांमार से लगती भू-सीमा, तय अवधि से अधिक समय तक रुकने वाले विदेशियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने तथा माओवादियों के गढ़ को निशाना बनाने जैसे मुद्दे शामिल हैं। देश का शीर्ष पुलिस नेतृत्व, अगले दो दिनों के दौरान, विशेषज्ञों, फील्ड में कार्यरत अधिकारियों तथा अकादमिक जगत के विद्वानों के साथ उभरती सुरक्षा चुनौतियों एवं भावी उपायों पर चर्चा करेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री ने अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक तथा देश के तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों को ट्रॉफी प्रदान की।