नई दिल्ली : खेलो इंडिया अंडर-21 महिला हॉकी लीग लांच करने पहुंचे खेल मंत्री और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर से जब टेस्ट कप्तान विराट कोहली और सीमित ओवर के कप्तान रोहित शर्मा के बीच समीकरण को लेकर चल रही अटकलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खुद को इस मामले से दूर रखने की कोशिश करते हुए कहा, ‘‘कोई भी खेल से बड़ा नहीं है’’।
ठाकुर मई 2015 से फरवरी 2017 तक भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रह चुके हैं जिसके बाद उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा था। उन्होंने टूर्नामेंट के लांच के मौके पर रोहित और कोहली के बीच समीकरण पर चल रही अटकलों पर सवाल पूछे जाने पर कहा, ‘‘कोई भी खेल से बड़ा नहीं है।
मैं आपको सूचना नहीं दे सकता हूं कि किस खिलाड़ी के बीच क्या चल रहा है और किस खेल में क्या चल रहा है। यह काम संबंधित महासंघ/संघ का है। इस मामले से निपटना संबंधित संघ का काम है। इसी तरह यह बेहतर होगा। ’’
हैमस्ट्रिंग की चोट के फिर से उभरने के कारण टेस्ट उप कप्तान रोहित दक्षिण अफ्रीका में आगामी श्रृंखला में नहीं खेलेंगे और खबरें सामने आ रही हैं कि कोहली इस दौरे की वनडे श्रृंखला से ब्रेक लेंगे और अपने परिवार के साथ समय बितायेंगे।
पिछले हफ्ते रोहित को वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीमों की कप्तानी सौंपी गयी थी। खेलो इंडिया की नयी पहल पर बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि इससे पूरे देश भर में युवा खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा और वे प्रोत्साहित होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी खिलाड़ी के लिये स्पर्धा और प्रतियोगिता काफी अहमियत रखती है और किसी बड़े टूर्नामेंट से पहले अगर देश में लीग शुरू कर दी जायें जिसमें खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले तो यह शानदार है। ’’
खेल मंत्री ने कहा, ‘‘इसलिये भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने महिलाओं की खेलो इंडिया हॉकी लीग अंडर-21 शुरू की। युवा महिला खिलाड़ियों को यह मौका प्रदान करने के लिये मैं हॉकी इंडिया और साइ को बधाई देता हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘नकद पुरस्कार 15 लाख रूपये के होंगे और इसका मेजबानी स्थल ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम 2015 के बाद से बड़े मैचों की मेजबानी कर रहा है। ’’ ठाकुर ने कहा कि इस तरह के टूर्नामेंट अन्य खेलों में भी कराये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि जब पूरे देश के खिलाड़ी इस लीग में खेलेंगे तो इससे सिर्फ हॉकी को ही बढ़ावा नहीं मिलेगा बल्कि क्षेत्रीय खिलाड़ियों को भी अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा और इसमें से कुछ भविष्य में भारतीय टीम में भी जगह बनायेंगे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सिर्फ हॉकी में ही नहीं बल्कि अन्य खेलों में इस तरह के टूर्नामेंट आयोजित किये जाने चाहिए। ’’