Mumbai News : मुंबई । आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन अब सुधरने लगा है। जिसके बाद इस टीम से इंडियन प्रीमियर लीग में उम्मीदें बढ़ने लगी हैं। इस टीम के कप्तान रविंद्र जडेजा हाल में जीत के बाद काफी उत्साहित हैं। उन्होंने एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी को टीम के लिए काफी उपयोगी बताते हुए उनके द्वारा रन बनाने की तेजी को भी सराहा है। जड़ेजा मानते हैं कि धोनी की बल्लेबाजी किसी भी परिस्थिति में टीम को उबारने में साथ दे सकती है।
इस आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स ने अभी तक हुए सात मैचों में से केवल दो मैच में ही अपनी जीत दर्ज कराई है। मुंबई इंडियंस के विरुद्ध गुरुवार को खेले गए मैच में टीम ने तीन विकेट से जीत हांसिल की थी।
इस जीत का सेहरा धोनी को बंधा। उन्होंने आखिरी गेंद पर मैच विनर चौका लगाकर टीम को आईपीएल में दूसरी जीत का हकदार बनाया। इस रोमांचक मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने 13 गेंदों पर नाबाद 28 रन बनाकर चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस पर यादगार जीत दिलाई।
इस मैच के बाद टीम के कप्तान जडेजा ने कहाकि धोनी का प्रदर्शन बहुत अच्छा है। सबसे बड़ी बात यह है कि धोनी में अब भी जीत के लिए रन बनाने की क्षमता है। यह देखकर टीम के सारे खिलाड़ी उत्साहित रहते हैं।
साथ ही जब तक धोनी क्रीज पर रहते हैं तो उम्मीद रहती है कि वह टीम के लिए मैच जीतेंगे। जड़ेजा ने कहाकि हम इस मैच को लेकर तनाव में थे। लेकिन धोनी के क्रीज पर मौजूद रहने से आशा भी बढ़ गई थी कि वह मैच का फैसला टीम के पक्ष में जरुर कराएंगे। उन्होंने भारतीय टीम और आईपीएल में भी कई मैच जिताएं हैं। इसलिए उनसे भरोसा बंधा रहता है।

धोनी ने अपने पुराने दिनों की तरह ‘फिनिशर’ की भूमिका अच्छी तरह से निभायी। चेन्नई को आखिरी ओवर में 17 रन की जरूरत थी। धोनी ने ऐसे में जयदेव उनादकट की तीसरी गेंद पर छक्का और चौथी गेंद पर चौका लगाया। वह शांतचित बने रहे और आखिरी गेंद पर उन्होंने शॉर्ट फाइन लेग पर विजयी चौका लगाया।
जडेजा ने मुंबई इंडियंस के साथ हुए मुकाबले के मूवमेंट का जिक्र करते हुए बताया कि जिस तरह से यह मैच चल रहा था, हमारी टीम दबाव में थी। दोनों टीम पर दबाव था क्योंकि धोनी के रुप में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फिनिशर क्रीज पर था।
लेकिन हमें उम्मीद थी कि यदि धोनी आखिरी गेंद तक टिके रहते हैं तो हमारी टीम मैच जीत जाएगी। कप्तान जडेजा ने टीम के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी की भी तारीफ की। इस गेंदबाज ने मुंबई के शीर्ष क्रम को पवैलियन लौटाने में खास भूमिका अदा की।