Datia News : दतिया। जिले में मिलावट का कारोबार फिर से जोरों पर पर है। इसमें सर्वाधिक दूध व दूध संबंधी उत्पाद मावा और पनीर में मिलावट की जाने लगी है। जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। फूड सेफ्टी अधिकारी ने पहले इन क्षेत्रों में दबिश देकर बड़ी मात्रा में नकली घी व पनीर में मिलावट संबंधी प्रकरण बनाए थे। अब फिर यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है। इंदरगढ़, थरेट, सेंथरी में दूध के कारोबार में व्यापक मिलावट हो रही है। यह मिलावट लोगों की सेहत खराब करने का कारण बन सकती है।
जानकारी के अनुसार इंदरगढ़, थरेट, सेंथरी तथा अन्य क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में मिलावटी घी पूर्व में पकड़ा गया था। इंदरगढ़, थरेट, सेंथरी सहित अन्य गांवों में दूध का उत्पादन बहुतायत होता है। यहां के अधिकांश दूध उत्पादक अपना दूध दतिया लेकर आते हैं। अन्य शहरों में भी यह दूध भेजा जा रहा है। इन सभी दूध उत्पादकों द्वारा अब फिर बेधड़क मिलावट की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार दूध में हानिकारक यूरिया और डिटरर्जेंट पावडर मिलाया जा रहा है। इसी प्रकार नकली मावे का कारोबार भी इस क्षेत्र में बड़ी तादाद में हो रहा है। संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बता दें कि इसके अलावा मिलावटी घी भी इस क्षेत्र में बनाए जाने की सूचना है।
नकली मावा और घी को लेकर जांच जरुरी
जिले के इंदरगढ़, सेंथरी व थरेट क्षेत्र के गांवों में दूध के उत्पादकों द्वारा मावा, घी तथा पनीर में हानिकारक रसायन का उपयोग करने की सूचना है। इस क्षेत्र में नकली मावा व घी बनाने की कई भट्टियां संचालित हो रही है। जहां दूध के इन सभी उत्पादों में बड़े स्तर पर मिलावट का काम किया जा रहा है।
दूध का फैट और गाढ़ा बनाने के लिए उसमें अपमिश्रण किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ दूध उत्पादक पनीर आदि निर्माण में हानिकारक केमिकल का उपयोग कर रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग इस मामले में क्यों सोया हुआ है, समझ में नहीं आ रहा है? कोरोना काल में दूध का उत्पादन तो उतना ही था, किंतु उपयोग कम था।
ऐसी स्थिति में दूध के उत्पाद तैयार किए जा रहे थे। आवश्यक सेवाओं के कारण उस वक्त इनकी कोई धरपकड़ नहीं की जा रही थी। अब बाजार खुलते ही दूध व दूध से बने उत्पादन भी खपत भी बढ़ गई है। खपत बढ़ते ही दूध व दूध से बने उत्पाद में यह मिलावट शुरू हो गई है।
इस मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी दतिया दिनेश निम ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पहले हमने इस क्षेत्र में कई प्रकरण मिलावट संबंधी दर्ज किए थे। अभी फिर से शिकायतें आ रही है। इसे लेकर विभाग गंभीर है। एक-दो दिनों में हम वापस मिलावट के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत करने जा रहे हैं।