Datia news : दतिया। मप्र की विधानसभा में गोंदन थाने में पदस्थ एएसआई प्रमोद पावन के सुसाइड केस के कारण एक बार फिर दतिया पुलिस की किरकिरी हो गई। घटना के दस दिन बाद भी आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज न किए जाने पर भांडेर विधायक फूलसिंह बरैया ने सवाल उठाया।
उन्होंने ध्यानाकर्षण लगाकर दतिया पुलिस की कार्यशैली पर सरकार के सामने ही उंगली उठा डाली। विधायक ने गुरुवार को यह मामला सदन में उठाया था। जिसके बाद शुक्रवार रात को गोंदन थाने में चारों आरोपितों पर मामला दर्ज कर लिया गया।
गोंदन थाने में पदस्थ एएसआई प्रमोद पावन ने गत 22 जुलाई को थाना परिसर स्थित आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना को लेकर मृतक ने वीडियो और पत्र भी छोड़े थे। जिसके बाद इस मामले की जांच अजाक डीएसपी उमेश गर्ग सौंपी गई।
लेकिन जब दस दिन बाद भी आरोपितों पर मामला दर्ज नहीं हुआ तो गुरुवार को भांडेर विधायक फूलसिंह बरैया ने थाना परिसर के आवास में किए गए सुसाइड केस को विधानसभा में उठाया।
बरैया ने नामजद आरोपितों पर मामला दर्ज करने की मांग की। तब जाकर घटना के 11वें दिन शुक्रवार रात 10 बजकर 11 मिनिट पर गोंदन थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया, थरेट प्रभारी अनफासुल हसन,
गोंदन थाने के आरक्षक चालक रुपनारायण उर्फ लकी यादव व रेत कारोबारी अरविंद उर्फ बबलू यादव पर एससीएसटी एक्ट व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया। इन सबके नाम मृतक एएसआई प्रमोद पावन ने अपने वीडियो व पुलिस अधिकारियों को लिखे पत्रों में स्पष्ट रुप से लिए थे।
विधायक ने थाने का भी किया था भ्रमण : घटना के बाद गत 26 जुलाई को भांडेर विधायक फूलसिंह बरैया भी गोंदन थाने पहुंचे थे। जहां उन्होंने थाना सहित घटनास्थल का भी निरीक्षण किया।
उस समय उन्होंने यह मामला विधानसभा में उठाने व दोषियों न बख्शे जाने की बात भी कही थी। इधर मृतक एएसआई के स्वजन भी पुलिस से आरोपितों पर एफआईआर की लगातार मांग कर रहे थे। लेकिन दतिया पुलिस अधिकारी दस दिन बाद भी वीडियो आदि सबूत होने पर भी जांच चलने की बात कहते रहे थे।


