Haridwar News : हरिद्वार । एलोपैथ बनाम आयुर्वेद को लेकर छिड़ी बहस के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने कहाकि अब वह इस विवाद को खत्म करना चाहते हैं। इसके लिए वह ‘मौन योग’ करेंगे। वह बोले कि अब यही एक रास्ता रह गया है। उन्होंने दोहराया कि उनकी लड़ाई ड्रग माफिया के खिलाफ है, जो जारी रहेगी। बाबा रामदेव ने कहा कि एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों से उनका कोई विवाद नहीं है, वह उनका सम्मान करते हैं। जिन बातों पर एलोपैथिक चिकित्सकों को आपत्ति थी, वह उन्हें पूर्व में ही बिना शर्त वापस ले चुके हैं, यही नहीं खेद भी जता चुके हैं।
फिर भी विवाद है तो इसे समाप्त करने को मौन योग ही अब एकमात्र उपाय रह गया है। योग गुरु के अनुसार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के साथ भी उनका कोई विवाद नहीं है। उनकी लड़ाई उन ड्रग और मेडिकल माफिया के खिलाफ है जो दो रुपये की दवा दो हजार रुपये में बेचते हैं। यही वजह है कि एलोपैथी इलाज आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि समूचा सिस्टम इनके अनुसार चलता है। यही लोग दवा और अन्य सहायक सामग्री के दाम तय करते हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी इस खेल में शामिल हैं। उन्होंने इसके विरोध में आवाज उठाई तो सबने मिलकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहाकि यह लड़ाई किसी दबाव में बंद नहीं होगी। क्योंकि इससे 130 करोड़ भारतवासियों का हित जुड़ा हुआ है।
योग गुरु ने कहाकि उन्होंने ड्रग माफिया के खिलाफ आवाज उठाई तो वह मेरा धंधा बंद कराने पर तुल गए। मैं किसी को भी पतंजलि प्रोडक्ट खरीदने के लिए विवश नहीं करता। आयुर्वेद के नुस्खों से घरेलू उपचार के उपाय भी बताता हूं। ताकि लोग घर पर रहकर खुद को निरोग रख पाएं। उनका कहना था कि मैं अर्थ (धन) को परमार्थ के लिए प्रयोग करता हूं। इसीलिए योग के साथ ही बिजनेस गुरु भी हूं।