फाग महोत्सव की आखिरी शाम बही काव्यधारा : खूब गूंजे ठहाके, हास्य और श्रृंगार रस से श्रोताओं हुए सराबोर

Datia news : दतिया। रविवार को फाग महोत्सव की आखिरी शाम काव्यधारा से भीगी रही। अभा कवि सम्मेलन में नामी गिरामी कवियों ने शानदार रचना पाठ कर हास्य और श्रृंगार रस से श्रोताओं को सराबोर रखा। कवि सम्मेलन की शुरुआत नैनीताल से आई कवियत्री गौरी मिश्रा ने सरस्वती वंदना के साथ की।

मंच का कुशल संचालन विनोद पाल दिल्ली ने की। कवि सम्मेलन में चेतन चर्चिल ने कई हास्य व्यंग्य के बाण छोड़े। जिन पर उन्हें खूब तालियां मिली। इसके बाद कवियत्री श्वेता ने प्रेम रस से जुड़ी रचनाएं सुनाकर युवा दिलों की धड़कनें बढ़ा दी।

इससे पहले फाग महोत्सव में फूलों की होली हुई। इस दौरान जया सक्सेना ग्रुप मथुरा ने होली गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। दीपों की मालिकाओं को लेकर किया गया नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। इसके बाद अतिथियों ने सम्मान के क्रम में दुर्गाप्रसाद बुलकिया लोककला, रमाकांत पाल सिंह साहित्यकार, जमुना प्रसाद यादव, पूरनचंद्र शर्मा आदि काे स्मृति चिंह भेंटकर सम्मानित किया।

स मौके पर अतिथियों ने सम्मान के क्रम में दुर्गाप्रसाद बुलकिया लोककला, रमाकांत पाल सिंह साहित्यकार, जमुना प्रसाद यादव, पूरनचंद्र शर्मा आदि काे स्मृति चिंह भेंटकर सम्मानित किया। तत्पश्चात अभा हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।

जिसमें कवियत्री गौरी मिश्रा नैनीताल, चेतन चर्चिल, विनोद पाल दिल्ली, दिनेश देशी घी, सूर्यकुमार पांडेय लखनऊ, रमेश मुस्कान, डा.अतुल वाजपेई ने कविता पाठ कर श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।

हास्य रंग में सराबोर हुए श्रोता : फाग महोत्सव के अंतिम दिन आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों ने रचना पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हास्य कवियों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से हास्य रस बिखेरा। वहीं श्रृंगार रस से सराबोर कविताओं के पाठ ने श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। देर रात चले कवि सम्मेलन में काफी संख्या में लोगों की भीड़ रही। 

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