Datia News : दतिया । बैंकों के निजीकरण के विरोध में गुरुवार को जिले के बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। इस दौरान कर्मचारियों ने बैंकों के बाहर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से बैंकों में ताले जड़े रहे।
हड़ताल के चलते बैंक अब सोमवार को ही खुलने की संभावना है। इस तरह चार दिन बैंक बंद रहने से लोगों को लेनदेन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बैंकों की हड़ताल का मंडी पर दिखाई दिए। गुरुवार को दतिया कृषि मंडी में सुनसान दिखाई दी। वहीं बैंकों में ताले जड़े होने के कारण कुछ किसान अपने भुगतान के लिए भी परेशान नजर आए।
निजीकरण के विरोध में गुरुबार की सुबह जिले के लगभग 430 बैंक कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। इस दौरान बैंकों के बाहर कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कर्मचारियों का कहना था कि केंद्र सरकार बैंकों का निरीजकरण कर रही है, जिसके विरोध में उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा है। हड़ताल के दौरान एसबीआई, पीएनबी, बीओआई सहित कई बैंक शाखाएं बंद रही।
करोड़ों रुपये का व्यापार प्रभावित
बैंकों में ताले जड़े होने की वजह से जिले के कारोबार पर भी इसका असर रहा। व्यापारी लेनदेन के लिए भटकते रहे। वहीं लगभग 5 लाख 30 हज़ार बैंक उपभोक्ता भी हड़ताल की वजह से नगदी के लेनदेन नहीं कर सके।
कृषि उपज मंडी भी बैंक बंद होने से लगभग ठप्प रही। अधिकांश व्यापारी भी किसानों को बैंक से ही सीधा भुगतान करते है, लेकिन बैंकों में ताले जड़े होने की वजह से किसानों पर भी इसका असर पड़ा है।
इधर एटीएम भी लोगों के लिए मददगार साबित नहीं हुए। शहर के अधिकांश एटीएम में कैश न होने की समस्या देखने को मिले। जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कत का सामाना करना पड़ा।
दो दिन हड़ताल और शनिवार व रविवार को छुट्टी के कारण बैंकों के सोमवार को ही खुलने की संभावना है। ऐसे में जहां करोड़ों का व्यापार प्रभावित होगा वहीं लेनदेन लिए लोगों का परेशान होना तय है।