रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ बंगाल की खाड़ी में समुद्री साझेदारी अभ्यास संपन्न,07 से 11 नवंबर 2022 तक आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस

कवरत्ती  : रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन) के जहाजों एचएमएएस एडिलेड और एचएमएएस अंजैक एवं भारतीय नौसेना के जहाजों जलाश्व और कवरत्ती की भागीदारी में एक समुद्री साझेदारी अभ्यास दिनांक 02 से 03 नवंबर 2022 तक बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया । इस अभ्यास में सामरिक युद्धाभ्यास, हेलीकॉप्टर लैंडिंग और जल, थल व नभ के सैन्य अभियान शामिल थे जो भारतीय नौसेना और आरएएन के बीच उच्च स्तर की अंतःक्रियाशीलता को दर्शाता है ।

रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन) के जहाज़ एचएमएएस एडिलेड और एचएमएएस अंजैक ने दिनांक 30 अक्टूबर से 01 नवंबर 2022 तक विशाखापत्तनम का दौरा किया । यह ऑस्ट्रेलिया के इंडो-पैसिफिक एंडेवर 2022 (आईपीई 22) का हिस्सा था। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बलों की मेजबानी पूर्वी नौसेना कमान ने की थी ।  भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के जहाजों के साथ-साथ भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के कर्मियों ने भी विभिन्न संयुक्त गतिविधियों में भाग लिया ।

युद्धाभ्यास के हार्बर चरण में अनुभव साझा करने, योजनाबद्ध संयुक्त गतिविधियों और मैत्रीपूर्ण खेल संबंधी आदान-प्रदान सहित पेशेवराना बातचीत की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी। अभ्यास का सफल समापन भारत-ऑस्ट्रेलिया सैन्य संबंधों की वृद्धि में एक और मील का पत्थर है ।

नई दिल्ली में 07 से 11 नवंबर 2022 तक आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस : सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) एक शीर्ष-स्तरीय द्विवार्षिक आयोजन है जो वैचारिक स्तर पर विमर्श हेतु एक संस्थागत मंच है, इसमें भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं । वर्ष 2022 के लिए दूसरा एसीसी सम्मेलन दिनांक 07 से 11 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली में निर्धारित किया गया है।

इस आयोजन में सेना प्रमुख, सेना उप प्रमुख, सभी सैन्य कमांडर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेते हैं, यह भारतीय सेना के वरिष्ठ नेतृत्व के लिए सैन्य मामलों के विभाग और रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करने का एक औपचारिक मंच है।

इस सम्मेलन के दौरान भारतीय सेना का शीर्ष नेतृत्व भारतीय सेना के लिए भविष्य की रूपरेखा तैयार करने के लिए वर्तमान/उभरते सुरक्षा और प्रशासनिक पहलुओं पर विचार-मंथन करेगा। भविष्य की दृष्टि से तैयार सेना के लिए परिवर्तनकारी अनिवार्यता, क्षमता विकास और आधुनिकीकरण पर प्रगति, भारतीय सेना की बढ़ी हुई सैन्य अभियानगत प्रभावशीलता के लिए रूपरेखा, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने हेतु किए जा रहे परिवर्तन, नई मानव संसाधन प्रबंधन नीति के कार्यान्वयन और प्रगतिशील सैन्य प्रशिक्षण के लिए भविष्य की चुनौतियों से संबंधित चर्चा विचार-विमर्श का हिस्सा बनती है। सेना कमांडरों द्वारा पेश किए गए विभिन्न एजेंडा बिंदुओं पर गहन चर्चा, जिसमें अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ (सिनकैन) द्वारा अद्यतन और विभिन्न प्रमुख उच्चाधिकारियों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर ब्रीफिंग भी शामिल है।

सम्मेलन के दौरान रखी गई अन्य गतिविधियों में “समकालीन भारत-चीन संबंध” के साथ-साथ “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए तकनीकी चुनौतियां” पर ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञों द्वारा बातचीत भी शामिल है ।

सम्मेलन के दौरान रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह दिनांक 10 नवंबर 2022 को सेना के कमांडरों को संबोधित करने और उनके साथ बातचीत करने वाले हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के प्रमुख भी सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल को बढ़ावा देने पर सेना के वरिष्ठ नेतृत्व को संबोधित करेंगे।

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