Datia News : दतिया। शुक्रवार दोपहर माताटीला बांध से बेतवा नदी में छोड़ गए 42 हजार क्यूसेक पानी के कारण बसई क्षेत्र के गांवों से गुजरी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जिसके कारण नदी किनारे मवेशी चराने गए एक ग्रामीण सहित दो अन्य लोग पानी के बीच घिर गए। जिन्हें पुलिस टीम ने रेस्क्यू कर निकाला।
नदी किनारे बसे ग्राम मकडारी निवासी मनीराम पाल अपनी बकरियां चराने शुक्रवार को नदी किनारे गया था। जहां अचानक नदी में पानी बढ़ जाने से मनीराम बकरियों सहित पानी के वेग में घिर गया। इस बात की सूचना जैसे ही मकडारी सरपंच अतरसिंह लोधी को मिली उन्होंने तत्काल बसई पुलिस को खबर दी।
बसई थाना प्रभारी रामसेवक शर्मा मय पुलिस बल के घटना स्थल पर पहुंच गए। जहां उन्होंने पानी तेज प्रवाह को देखते हुए माताटीला बांध के स्टाफ को सूचित कर गेट बंद कराए।
जिसके बाद पानी का वेग कम होने पर पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से करीब 1 घंटा 30 मिनिट रेस्क्यू चलाकर पानी के बीच फंसे मनीराम और 27 बकरियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मछली पकड़ने गए युवकों को भी सुरक्षित निकाला
मकडारी का रेस्क्यू पूरा कर जैसे ही बसई पुलिस निपटी तब तक थाना प्रभारी रामसेवक शर्मा के पास कंट्रोल रूम दतिया से फोन आ गया कि ग्राम हीरापुर से निकली बेतवा नदी के पानी में दो लोग फंस गए हैं।
जिसके बाद बसई पुलिस हीरापुर पहुंची जहां नदी के टापू पर मछली पकड़ने गए सुरेंद्र पुत्र रमेश आदिवासी व रणवीर पुत्र रामकिशन आदिवासी को दो घंटे रेस्क्यू चलाकर काफी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।
ट्यूब में बैठाकर दोनों युवकों को बारी-बारी से बाहर निकाला गया। सुरक्षित लौटे युवकों ने पुलिस टीम काे धन्यवाद दिया। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने बताया कि एक ट्रैक्टर पर सवार कुछ लोग नदी में रेत निकाल रहे थे। जहां पानी का तेज बहाव आता देखकर रेत निकाल रहे लोग ट्रैक्टर छोड़कर भाग खड़े हुए।