पॉपुलर टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ लीप के बाद साई और विराट की कहानी जबरदस्त ट्विस्ट एंड टर्न्स के साथ दिख रही है। साई चव्हाण परिवार के सामने आ गई है और उसे देखकर है हर कोई उसपर तानो की बौछार कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि साई सबको कैसे जवाब देती है।
एपिसोड की शुरुआत में भवानी के साईं पर वापस आने के लिए भड़कती है। वह कहती है कि साई उनकी शांति को बर्बाद कर देगी और वो विराट और पाखी के रिश्ते के लिए मुश्किलें बढ़ाएगी। वह कहती है कि वह अब साई को उनके जीवन में हस्तक्षेप नहीं करने देगी और जल्द से जल्द नागपुर से भेज देगी। वह साईं के प्रति अपना गुस्सा दिखाती है। अश्विनी भी उससे सहमत होती है।
पाखी ने भवानी को किया शांत
भवानी पाखी को समझाने की कोशिश करती है कि साईं उसके और विराट के रिश्ते के लिए अच्छी नहीं है। वह पाखी को साईं से सावधान रहने के लिए कहती है और साई के इरादों के बारे में उसे चेतावनी देती है। पाखी भवानी को शांत करने की कोशिश करती है और आश्वस्त करती है कि साईं का ऐसा कोई इरादा नहीं है।
वह कहती है कि विनायक के इलाज में साई सिर्फ उनकी मदद कर रही है, जबकि भवानी साईं पर भरोसा करने से इंकार करती है।
साई को वर्षा पर हुआ शक
साईं वर्षा से घर लेती है और उसके प्रति अपना आभार प्रकट करती है। घर के मकान मालिक के बारे में पूछने पर वर्षा घबरा जाती है और बताती है कि वह विदेश में रहता है।
साई को घर के किराए के बारे में भी चिंता न करने के लिए कहती है और उसे एक समय सीमा देती है। साई को वर्षा पर शक होता है और वह ये बात उषा के साथ शेयर करती है और कहती है कि वर्षा ने उसे आसानी से घर दे दिया।
सच्चाई का पता लगाएगी भवानी
उषा ने साई से इसके बारे में ज्यादा न सोचने के लिए कहा और कहा कि सब कुछ ठीक है। वहीं, भवानी करिश्मा और ओंकार से साई के बारे में बात करती है। वह कहती है कि साई की उपस्थिति उसके लिए परेशानी पैदा करेगी। भवानी घोषणा करती है कि उसे साईं को अपने मामले से दूर रखना होगा।
वह फिर सावी को याद करती है और साई के साथ उसके रिश्ते के बारे में सवाल करती है और सच्चाई का पता लगाने का फैसला करती है।
साईं ने विनायक को किया मोटीवेट
इधर साईं अस्पताल के अंदर विनायक से मिलने जाती है और उसके ब्रेसिज़ की एक पट्टी हटा देती है। साई उसे ठीक होने के लिए मोटीवेट करती है और रेसिंग प्रतियोगिता में भाग लेने के बारे में उसके द्वारा भरे गए फॉर्म को दिखाती है।
विनायक दौड़ के बारे में सोचकर उत्साहित हो जाता है। साई विनायक को खुश करती है जबकि पाखी और विराट उनके बॉन्ड को देखते हैं।
साई विनायक को बताती है कि वह पास में ही रहती है। वह उससे मिलने का आग्रह करता है, जिसपर वह सहमत होती है और उसे ठीक होने के बाद आने के लिए कहती है। इसके बाद घर पहुँचने पर साई को जगताप मिलता है और पैसे से उसकी मदद करने की कोशिश करता है।
वह उसे मना कर देती है। विराट साई को जगताप के साथ देखता है और गुस्सा हो जाता है। वह बाद विराट द्वारा दी गई अपनी अंगूठी लेती है और उसे बेचने का फैसला करती है। इधर भवानी सभी को पाखी और विराट की मैरिज एनिवर्सरी की याद दिलाती है।
प्रीकैप : साई को सावी का फोन आता है और वह उसकी चीख सुनकर परेशान हो जाती है। साई बेचैन होकर घर के अंदर जाती है और विराट और पाखी की शादी की सालगिरह की सारी तैयारी देखकर शॉक रह जाती है। वह विनायक और सावी को विराट और पाखी के साथ खेलते हुए देखती है।