नई दिल्ली : शिक्षा मंत्रालय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के लंबित संस्करणों को जुलाई और अगस्त में आयोजित कराने पर विचार कर रहा है। वहीं मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (एनईईटी) को सितंबर तक टाला जा सकता है। हालांकि, इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।
मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के बाद ही कोई फैसला लेगा। एक सूत्र ने बताया कि जेईई-मेन के लंबित संस्करण जुलाई या अगस्त के अंत में आयोजित किए जाने की संभावना है।
जिसमें दो परीक्षाओं के बीच एक पखवारे का अंतर रहेगा। एनईईटी को सितंबर तक बढ़ाए जाने की संभावना है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र से जेईई-मेन परीक्षा वर्ष में चार बार आयोजित की जा रही है। इससे लोगों को तैयारी करने और स्कोर सुधारने में सुविधा मिलेगी।
फरवरी में पहले चरण के बाद मार्च में दूसरा चरण, जबकि अगले चरण में अप्रैल और मई के लिए निर्धारित किए गए थे। लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान बाद के दोनों सत्र स्थगित कर दिए गए थे।
प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआइटी) में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली जेईई-एडवांस परीक्षा भी स्थगित कर दी गई थी। यह परीक्षा तीन जुलाई को होनी थी। वहीं पहली अगस्त को प्रस्तावित एनईईटी पर आगे कोई निर्णय नहीं लिया गया।
परीक्षा के लिए पंजीकरण पहली मई से शुरू होना था लेकिन महामारी के कारण उसे रोक दिया गया था। केंद्रीय विश्वविद्यालय कामन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) को लेकर भी मंत्रालय को फैसला करना बाकी है।