मांडवी : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात में भुज से मांडवी और जखाऊ तक चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। मांडवी में, केंद्रीय गृह मंत्री ने सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां चक्रवात आने से पहले गर्भवती महिलाओं को लाया गया था। अमित शाह ने अस्पताल के वार्डों का दौरा किया और गर्भवती महिलाओं और उन महिलाओं से बात की जिन्होंने चक्रवात के दौरान बच्चों को जन्म दिया है। शाह ने एक गांव का दौरा भी किया और उन किसानों से मुलाकात की, जिनकी फसल को चक्रवात के कारण नुकसान पहुंचा है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ द्वारा किए गए काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि एनडीआरएफ की 19, एसडीआरएफ की 13 और रिज़र्व 2 बटालियन ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि सेना, नौसेना, एयरफोर्स, कोस्ट गार्ड, बीएसएफ, स्टेट रिज़र्व पुलिस और राज्य पुलिस ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ पूरे समन्वय के साथ काम किया।
जखाऊ में अमित शाह ने एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, जहाँ लगभग 200 ग्रामीणों को रखा गया है, शाह ने ग्रामीणों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों ने चक्रवात आने से पहले और उसके दौरान उनके लिए की गई अच्छी व्यवस्था के लिए केंद्रीय गृह मंत्री और स्थानीय प्रशासन को धन्यवाद दिया।
इसके बाद भुज में ही एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले तूफान बिपोरजॉय में एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई, ये बहुत संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निरंतर गृह मंत्रालय, गुजरात सरकार और सभी ऐजेंसियों का मार्गदर्शन किया और इस आपदा से कम से कम नुकसान के साथ बाहर आना टीम वर्क का एक क्लासिक उदाहरण है। शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार औऱ गुजरात के मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने समग्रता के साथ मिलकर बिपोरजॉय का सामना किया है। उन्होंने कहा कि एक भी मानव मृत्यु नहीं होना पूरे तंत्र की सफलता को दर्शाता है और ये हमारे लिए एक उदाहरण है कि समय पर सूचना का उपयोग कैसे करें।
अमित शाह ने साइक्लोन से पहले और उसके दौरान की गई तैयारियों और व्यवस्था के लिए गुजरात सरकार की प्रपशंसा की। उन्होंने कहा कि समय पर मिली सूचना का उपयोग, जानमाल को बचाने के लिए कैसे हो सकता है, गुजरात सरकार ने इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। गुजरात सरकार ने एनडीएमए के साइक्लोन से संबंधित दिशानिर्देशों को भी पूरी तरह ज़मीन पर उतारा जिसमें सरकारी विभागों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने पूरा योगदान दिया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 6 जून को चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय का समाचार आने के बाद तुरंत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्र और राज्य सरकार की सभी ऐजेंसियों का रिव्यू किया। शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे तंत्र को सचेत करने औऱ सारी व्वस्थाओं को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए रात एक बजे तक स्वयं स्थिति पर नज़र रखी। उन्होंने कहा कि कई स्तर पर समीक्षा बैठकें हुईं और सभी ऐजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान हुआ, जिसके परिणामस्वरूप सजगता के साथ और जनता के सहयोग सेकम से कम नुकसान के साथ इस आपदा से बाहर आने में हम सफल हुए हैं।
अमित शाह ने कहा कि तूफान में सिर्फ 47 लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं और234 पशों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि साइक्लोन के मद्देनज़र 3400 गांवों में बिजली आपूर्ति रोकी गई थी, उनमें से 1600 गांवों में आपूर्ति को 24 घंटे से भी कम समय में बहाल कर दिया गया है और 20 जून तक सभी गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि तूफान आने से पहले ही 1206 गर्भवती महिलाओं को संवेदना के साथ सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया और उन सभी महिलाओं ने उन्हें दी गई सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया है।
शाह ने कहा कि इस आपदा के दौरान 707 सफल प्रसव हुए हैं। इसके अलावा कुल 1,08,208 नागरिकों और 73,000 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। शाह ने कहा कि 3,27,890 वृक्षों की समय पर छंटाई कर दी गई थी ताकि तूफान के दौरान तेज़ हवा के कारण ये ना गिरें। सभी ज़िलों में कुल 4317 होर्डिंग्स को समय पर हटा लिया गया। उन्होंने कहा कि लगभग 21,585 नौकाओं को समय पर समुद्र से निकाल लिया गया था और एक लाख से अधिक मछुआरों को तट पर लाकर उनकी जान बचाने का काम किया गया।
अमित शाह ने कहा कि फिलहाल बिजली आपूर्ति बहाल करने में 1133 टीमें लगी हैं और 400 टीमें कल से और इस काम में लग जाएंगी। उन्होंने कहा कि नमक के प्लांट्स पर कई मजदूर थे जिन्हें सफलतापूर्वक बाहर निकालने का काम किया गया।
इससे पहले केन्द्रीय गृह मंत्री ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों, नुकसान और सुविधाओं की बहाली पर भुज में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय, ऊर्जा और दूरसंचार मंत्रालय के सचिव और वरिष्ठ अधिकारी, मौसम विभाग और एनडीआरएफ के महानिदेशक बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति जल्द से जल्द सुनिश्चित करने, साफ़ सफ़ाई पर ख़ास ध्यान और प्राथमिकता के आधार पर सड़कों की मरम्मत किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शेल्टर होम्स में रह रहे लोगों के लिए सभी ज़रूरी व्यवस्था करने और शेल्टर होम्स की रियल टाइम रिपोर्टिंग किए जाने को भी कहा ताकि वहाँ रह रहे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। शाह ने कृषि और हॉर्टिकल्चर के नुक़सान का समुचित आकलन करने के निर्देश देते हुए कहा कि हॉर्टिकल्चर के जो भी वृक्ष बच सकते हैं उन्हें रिवाइव कर पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
अमित शाह ने यह भी कहा कि सभी एजेंसियों द्वारा चक्रवाती तूफ़ान बिपोरजॉय की चेतावनी से लेकर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में एक दस्तावेज़ तैयार किया जाए जिससे आपदा से निपटने में हासिल की गई शानदार सफलता को हर राज्य तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह दस्तावेज़ भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में एक नज़ीर साबित हो सकता है इसलिए इसे देशभर में एक सक्सेस स्टोरी के तौर पर प्रचारित प्रसारित किया जाना चाहिए।गृह मंत्री ने चक्रवाती तूफ़ान बिपोरजॉय से सफलतापूर्वक निपटने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार की सभी एजेंसियों, अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओर से उन सबके प्रति आभार व्यक्त किया।