लखनऊ : भाजपा ने जातीय-क्षेत्रीय संतुलन के साथ जिस तरह से केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश के सांसदों को तवज्जो दी है, उसका संदेश पार्टी गाजे-बाजे के साथ जनता के बीच पहुंचाना चाहती है।
यह आगामी विधानसभा चुनाव की ही रणनीति है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में बैठक कर नए केंद्रीय मंत्रियों को अपने संसदीय क्षेत्र सहित दो-तीन लोकसभा क्षेत्रों के गांवों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालने के लिए कहा है।
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने सभी सांसदों को सक्रिय करने की रूपरेखा बना रही है।
इसे लेकर ही बुधवार को दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने यूपी के ब्रज, पश्चिम और कानपुर क्षेत्र के सांसदों के साथ बैठक की, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में प्रदेश के जिन सांसदों को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है, उन्हें संसद के मानसून सत्र के बाद अपने संसदीय क्षेत्र के साथ ही कम से कम दो-तीन लोकसभा क्षेत्रों में जन आशीर्वाद यात्रा निकालनी है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में सात नए मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें तीन अनुसूचित जाति, तीन पिछड़ा वर्ग और एक सवर्ण समाज से हैं। इन सभी की आशीर्वाद यात्रा से पार्टी इनसे जुड़े समाज-वर्ग को फिर याद दिलाना चाहती है कि वह भाजपा सरकार की प्राथमिकता में हैं।
सभी सांसदों से कहा गया है कि कोरोना टीकाकरण अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। वैक्सीन सेंटरों पर जाएं और खास तौर पर क्षेत्र की जनता को दूसरी डोज के लिए प्रेरित करें।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ संगठन भी पूरी तैयारी कर रहा है। प्रदेश में संगठन पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के लिए रूपरेखा पहले ही बन चुकी थी।
अब सांसदों से कहा है कि पांच अगस्त को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्न महोत्सव को संबोधित करेंगे तो राशन वितरण के हर केंद्र पर टीवी के माध्यम से उसका सजीव प्रसारण होगा।
सांसदों को वहां मौजूद रहकर जनता के साथ पीएम का संदेश सुनना है। उन्हें बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने में भी सक्रिय किया जाएगा।