Datia news : दतिया। सेवढ़ा से प्रदीप अग्रवाल को भाजपा ने टिकिट देकर एक बार फिर मैदान में उतारा है। प्रदीप अग्रवाल को टिकिट मिलने पर इंदरगढ़ और सेवढ़ा में पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर कर आतिशबाजी की और मिष्ठान वितरित किया। संगठन और कार्यकर्ताओं में अपनी मजबूत पकड़ के चलते इस बार प्रदीप अग्रवाल का टिकिट लगभग पक्का माना जा रहा था। लंबे समय से सेवढ़ा की जनता के बीच भी हर मौके पर प्रदीप अग्रवाल ने पहुंचकर उनकी समस्याओं के समाधान कराने में पूरी संवेदनशीलता दिखाई। उनकी सक्रियता का नतीजा है कि भाजपा आलाकमान ने इस बार फिर से उन पर भरोसा जताया है।
सोमवार को जारी हुई भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची में 39 प्रत्याशियों के साथ दतिया जिले की सेवढ़ा विधानसभा सीट से एक बार फिर प्रदीप अग्रवाल को पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अग्रवाल पिछले कुछ समय से लगातार सेवढ़ा क्षेत्र से टिकट को लेकर मजबूत दावेदारी पेश कर रहे थे।
जन आशीर्वाद यात्रा में दिखाया था दमखम : भाजपा नेता प्रदीप अग्रवाल ने हाल ही में सेवढ़ा आई पार्टी की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान भी अपना वर्चस्व दिखाया था। इस दौरान भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से सेवढ़ा और इंदरगढ़ के रोड शो में सड़कें भर गई थी। वहीं उनके पुत्र सागर अग्रवाल ने भी युवाओं की टीम के साथ यात्रा का बड़ी बाइक रैली निकालकर भव्य स्वागत किया था। कार्यकर्ताओं के बीच इसी दमखम ने प्रदीप अग्रवाल की अलग छवि पेश की।
वर्ष 2013 में चुने गए थे विधायक : प्रदीप अग्रवाल वर्ष 2013 के चुनाव में भी सेवढ़ा सीट से भाजपा विधायक चुने गए थे। उसके बाद उन्हें 2018 के चुनाव में टिकट नहीं मिल सका। इस बार फिर से पार्टी ने उन पर विश्वास जताते हुए मैदान में उतारा है। वर्ष 2013 के चुनाव में प्रदीप अग्रवाल ने उस समय कांग्रेस के प्रत्याशी रहे घनश्याम सिंह को करीब 8809 वोटों से शिकस्त दी थी।
इस चुनाव में बीएसडी से लड़ने वाले वर्तमान में कांग्रेस नेता दामोदर सिंह चौथे नंबर पर रहे थे। इसके बाद वर्ष 2018 में पार्टी से टिकिट न मिलने से प्रदीप अग्रवाल चुनाव नहीं लड़ सके थे। जिसका नतीजा यह हुआ कि इस चुनाव में भाजपा को सेवढ़ा सीट गंवानी पड़ी और कांग्रेस से घनश्याम सिंह विधायक बन गए।
इतिहास फिर दोहराने की तैयारी : वर्ष 2023 के चुनाव में भाजपा से टिकिट मिलने के बाद प्रदीप अग्रवाल मैदान में होंगे। ऐसे में एक बार फिर इतिहार दोहराने की तैयारी है। सेवढ़ा से वर्तमान विधायक घनश्याम सिंह को भी कांग्रेस फिर से उम्मीदवार बना सकती है। जिसके बाद वर्ष 2013 वाली तस्वीर फिर से सामने होगी। जब भाजपा और कांग्रेस से वहीं उम्मीदवार आमने सामने होंगे, जिनके बीच पहले भी जनता के दरबार में मुकाबला हो चुका है। फिलहाल भाजपा ने इस सीट से पहले प्रत्याशी घोषित कर बढ़त बना ली है।