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चुनावी मौसम में लोगों के गणित की भी परीक्षा हो जाती है। मान लीजिए अगर आज किसी की उम्र 30 साल है तो दो साल बाद उसकी उम्र कितनी होनी चाहिए। सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति भी इस सवाल का जवाब देता है कि दो साल बाद उस व्यक्ति की उम्र 32 साल हो जाएगी। लेकिन हमारे नेताओं के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से नेपसागर से भाजपा उम्मीदवार सुमित्रा कास्डेकर की शिकायत की है। आयोग को सौंपी गई शिकायत में नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सोहन सैनी ने कहा है कि वर्ष 2018 में कांग्रेस से चुनाव लड़कर विधायक बनीं सुमित्रा कास्डेकर ने तब अपनी उम्र 35 साल बताई थी।
अब उपचुनाव में भी उन्होंने अपनी उम्र 35 साल ही बताई है। शपथ पत्र में उम्र की गलत जानकारी देना कानून के खिलाफ और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
सैनी ने इस मामले में कासडेकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने शिकायत की एक जिला निर्वाचन अधिकारी को भी भेजी है।
क्या प्रावधान है
नियम के मुताबिक नामांकन के समय दाखिल किए गए शपथ-पत्र में गलत जानकारी देने पर तुमसे के साथ छह महीने की सजा का प्रावधान है। लेकिन यहाँ विशेष बात यह है कि नामांकन-पत्र की जांच के दौरान अधिकारी भी इस बड़ी गड़बड़ी की अनदेखी कर गए।
कासडेकर की सफाई
भाजपा प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर का कहना है कि चूंकि मतदाता सूची में उनकी यही उम्र दर्ज है इसलिए वह उम्र शपथ-पत्र में लिखी है। उन्होंने कहा कि शपथ-पत्र वकील से बनवाया गया है।
बता दें कि मध्यप्रदेश में जिन 28 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दिया है उनमें सुमित्रा कास्डेकर भी शामिल हैं।
जुलाई में बुरहानपुर जिले में नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुमित्रा कासडेकर ने विधानसभा सचिवालय में विधायक पद से इस्तीफा दिया। जिसके बाद उसी दिन शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कर ली।
भोपाल. चुनावी मौसम में लोगों के गणित की भी परीक्षा हो जाती है। मान लीजिए अगर आज किसी की उम्र 30 साल है तो दो साल बाद उसकी उम्र कितनी होनी चाहिए। सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति भी इस सवाल का जवाब देता है कि दो साल बाद उस व्यक्ति की उम्र 32 साल हो जाएगी। लेकिन हमारे नेताओं के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से नेपसागर से भाजपा उम्मीदवार सुमित्रा कास्डेकर की शिकायत की है। आयोग को सौंपी गई शिकायत में नगर कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सोहन सैनी ने कहा है कि वर्ष 2018 में कांग्रेस से चुनाव लड़कर विधायक बनीं सुमित्रा कास्डेकर ने तब अपनी उम्र 35 साल बताई थी।
अब उपचुनाव में भी उन्होंने अपनी उम्र 35 साल ही बताई है। शपथ पत्र में उम्र की गलत जानकारी देना कानून के खिलाफ और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
सैनी ने इस मामले में कासडेकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने शिकायत की एक जिला निर्वाचन अधिकारी को भी भेजी है।
क्या प्रावधान है
नियम के मुताबिक नामांकन के समय दाखिल किए गए शाप-पत्र में गलत जानकारी देने पर तुमसे के साथ छह महीने की सजा का प्रावधान है। लेकिन यहाँ विशेष बात यह है कि नामांकन-पत्र की जांच के दौरान अधिकारी भी इस बड़ी गड़बड़ी की अनदेखी कर गए।
कासडेकर की सफाई
भाजपा प्रत्याशी सुमित्रा कास्डेकर का कहना है कि चूंकि मतदाता सूची में उनकी यही उम्र दर्ज है इसलिए वह उम्र शपथ-पत्र में लिखी है। उन्होंने कहा कि शपथ-पत्र वकील से बनवाया गया है।
बता दें कि मध्यप्रदेश में जिन 28 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दिया है उनमें सुमित्रा कास्डेकर भी शामिल हैं।
जुलाई में बुरहानपुर जिले में नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुमित्रा कासडेकर ने विधानसभा सचिवालय में विधायक पद से इस्तीफा दिया। जिसके बाद उसी दिन शाम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता भी ले ली।