जनाक्रोश रैली में खून खराबा टीआई को निकालनी पड़ी सर्विस रिवाल्वर : आपस में ही भिड़ गए कांग्रेसी, सरेआम चली गोलियां

Datia news : दतिया। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी की मौजूदगी में दतिया में हुई जनाक्रोश रैली उनके जाते ही हंगामे में तब्दील हो गई। पुरानी कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने के बाद जैसे ही प्रदेशाध्यक्ष पटवारी और अन्य विधायक वापिस लौटे, उसके बाद वहां मौजूद कांग्रेसी आपस में भिड़ गए।

देखते ही देखते सिविल लाइन क्षेत्र में गोलियाें की आवाज गूंजने लगी। भीड़ से भरी सड़क पर खुलेआम गोली चलने से कई लोगों की जान संकट में पड़ गई। जिसके चलते खुद को बचाने के लिए लोगाें में भगदड़ मच गई। गनीमत यह रही कि उस समय मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। जिसने स्थिति को संभाला।

हालत इतने गंभीर थे कि स्थिति संभालने के लिए कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा व अन्य पुलिस अधिकारियों को अपनी सर्विस रिवाल्वर तक निकालनी पड़ी।

Banner Ad

इस रैली में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी स्वयं कलेक्टर को ज्ञापन देने पुरानी कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उनके जाने के बाद ही यह घटना घटित हो गई। घटना को लेकर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो-तीन युवकों को मौके से पकड़ा और वाहन में बैठाकर कोतवाली ले गई। फायरिंग इस घटना से मौके पर खड़े कुछ वाहनों के कांच भी टूट गए।

घटना के बाद विधायक राजेंद्र भारती और कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकिंकर गुर्जर भी कोतवाली पहुंचे। जहां उन्होंने मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों से चर्चा की। इस मामले में विधायक का कहना था कि विपक्ष द्वारा घटना को अनावश्यक मामले को तूल दिया जा रहा है।

कोतवाली पुलिस ने इस घटना में फरियादी रोहित गुर्जर पुत्र चंद्रभान सिंह गुर्जर निवासी ग्राम सुंदरपुरा थाना धीरपुरा व उसके चचेरे भाई परवेंद्र गुर्जर की रिपोर्ट पर सचिन गुर्जर पुत्र रामपाल सिंह गुर्जर निवासी ग्राम खिरिया थाना पंडोखर, रामू गुर्जर पुत्र भारत सिंह निवासी सदर, पवन मुदगल पुत्र संतोष मुदगल निवासी ग्राम धनौटी पंडोखर सहित तीन अन्य पर मामला दर्ज किया है।

टीआई कोतवाली धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि फरियादी रोहित गुर्जर ने जो रिपोर्ट दर्ज कराई है उसमें गुरुवार को कांग्रेस की जनआक्रोश रैली किला चौक से पुरानी कचहरी जा रही थी। तभी रास्ते में सीतासागर के पास युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रामू गुर्जर व उनके साथ सचिन गुर्जर डीजे पर गलत भाषण दे रहे थे। फरियादी एवं उसके चचेरा भाई परवेंद्र गुर्जर ने जब उन्हें रोका तो उक्त आरोपितों ने फरियादी की कालर पकड़ ली एवं विवाद करने लगे। जिस पर से वहां साथ चल रहे लोगों द्वारा उनका बीच बचाव कराया गया।

फरियादी का चचेरा भाई परवेंद्र गुर्जर भी सेवढ़ा विस क्षेत्र का युवा कांग्रेस अध्यक्ष है। उक्त मामला वर्चस्व की लड़ाई से जोड़कर देखा जा रहा है।

कार के अंदर से कर दी फायरिंग : पुलिस के मुताबिक जनआक्रोश रैली समाप्त होने के बाद रोहित गुर्जर और उसका चचेरा भाई परवेंद्र गुर्जर, पुरानी कलेक्ट्रेट के पास हिंदूजा माल के निकट शाम लगभग साढ़े चार बजे खड़े थे। तजी ब्रेजा कार से आए आरोपित रामू गुर्जर, सचिन गुर्जर, पवन व तीन अन्य लोगों ने उक्त विवाद को लेकर कहासुनी कर दी। इस दौरान सचिन गुर्जर ने अपनी कार के अंदर से रायफल निकाली और फरियादी पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। गोली फरियादी के बाएं कान के पास से निकल गई और गाड़ी के कांच के टुकड़े फरियादी की दाहिनी आंख के पास लगे। जिससे वह घायल हो गया।

डर के कारण रोहित गुर्जर और चचेरा भाई परवेंद्र गुर्जर वहां से भागे तो सचिन ने गाड़ी से उतरकर फिर से उनके ऊपर रायफल से फायर किए। इतने में वहां पुलिस भी मौके पर आ गई और सचिन को रायफल सहित पकड़ लिया गया।

फायरिंग की इस घटना के बाद युवा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेंद्र उर्फ रामू गुर्जर ने दावा किया हमला उन्हें टारगेट कर किया गया था। हमलावर उनकी जान लेना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक विरोधियों ने यह काम किया है।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter