Datia news : दतिया। रोज की तरह नाव में बैठकर घर के मवेशियों के लिए चारा लेने गए चाचा भतीजे को नहीं मालूम था कि वह हादसे का शिकार हो जाएंगे। रविवार दोपहर जब वह नाव में सवार होकर गांव से दूर चारा काटने गए थे, तभी वापिस लौटते समय नाव अचानक पलट गई। इस हादसे में चाचा की मौत हो गई।
भांडेर अनुभाग अंतर्गत हंसापुर बांध के जलभराव क्षेत्र में दोनों नाव से चारा लाने नदी के दूसरी ओर गए थे। जहां से नाव में चारा रखकर वह वापिस लौट रहे थे। इस दौरान एक तरफ वजन अधिक होने के कारण नाव पलट गई और चाचा शैलेंद्र पुत्र अतर सिंह कुशवाहा निवासी नोवई पानी की गहराई में समा गया। जिससे उसकी मौत हो गई।
वहीं मृतक का भतीजा मनीष कुशवाहा को आसपास के लोगों ने किसी तरह बचा लिया। घटना ग्राम नोवई आबादी क्षेत्र से करीब तीन सौ मीटर दूर घटित हुई। भांडेर पुलिस मृतक का शव जलभराव से निकालकर उसे पीएम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार ग्राम नोवई के आबादी से लगकर वर्तमान में हंसापुर डैम तक जलभराव है। मृतक शैलेंद्र और उसके भतीजे मनीष की कृषि भूमि जलभराव क्षेत्र से पीछे की तरफ स्थित है।
जहां वर्तमान में बिना नाव की मदद से पहुंचना असंभव है। दोनों के यहां पशु पले हैं। जिनके लिए रोज की भांति रविवार को भी ये चारा लेने नाव से गए थे। जब वे चारा नाव पर लादकर वापिस गांव आबादी की तरफ लौट रहे थे।
गांव का युवक दूसरी नाव लेकर दौड़ा : इसी दरम्यान आबादी से करीब तीन सौ मीटर दूर उनकी नाव पलट गई। नाव पलटने से पानी में डूब रहे शैलेंद्र और मनीष दोनों जान बचाने के लिए संघर्ष करने लगे।
इस नजारे को आबादी क्षेत्र में खड़े युवक अनिल कुशवाह ने देखा तो वह तत्काल किनारे पर खड़ी एक दूसरी नाव लेकर इन दोनों को बचाने अकेला ही निकल पड़ा। साथ ही आवाज लगाकर गांव के लोगों को हादसे की जानकारी भी दे दी। जिसे सुनकर अन्य लोग भी दौड़े। अनिल ने पहले मनीष काे सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
लेकिन शैलेंद्र दूर था। लिहाजा जब तक वह उसके पास तक पहुंच पाता, वह पानी की गहराई में खो गया। इधर अनिल की आवाज पर भी गांव के कुछ तैराक घटनास्थल पर पहुंच गए और नीचे गहराई से शैलेंद्र को निकाल लाए।
तत्काल उसे भांडेर अस्पताल लाया गया। लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन मृतक के स्वजन संतुष्टि के लिए उसे जिला अस्पताल दतिया ले गए। लेकिन यहां भी उन्हें डाक्टरो ने शैलेंद्र को मृत घोषित कर दिया।


