Datia News : दतिया। रतनगढ़ मंदिर क्षेत्र के बसई मलक से निकली सिंध नदी में नाव पलट जाने के हादसे से आसपास सनसनी फैल गई। इस दौरान आसपास मौजूद लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए नाव में सवार लोगों को नदी से बाहर निकाल लिया। घटना के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। जिसने तत्काल वहां नावों का संचालन रुकवाया। गनीमत यह रही कि नदी में जहां नाव पलटी वहां पानी कम था। नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता।
रतनगढ़ माता मंदिर दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की नाव सोमवार शाम अचानक सिंध में पलट गई। हादसे के बाद वहां चीख पुकार मच गई। इसके बाद आसपास मौजूद अन्य नाव चालकों ने नदी में कूदकर सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला।
सोमवार को रतनगढ़ मंदिर में मेले लगने के कारण वहां श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचते हैं। इसीके चलते सिंध नदी में नाव से श्रद्धालुओं को दूसरे छोर तक पहुंचाने का काम भी किया जाता है। सोमवार दोपहर भी श्रद्धालुओं को लेकर नावें जा रही थी।
जिनमें से एक नाव अचानक सिंध नदी में पलट गई। नाव में करीब 7 लोग सवार थे। जिनमें महिला व बच्चे भी शामिल थे। जिन्हें मौके पर मौजूद अन्य नाविकों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
जानकारी के अनुसार बसई मलक पहाड़ी से नाव में सवार होकर श्रद्धालु मंदिर तक आते हैं। पुल टूटने के कारण यह स्थिति कई दिनों से बनी हुई है। श्रद्धालु मंदिर तक आसानी से पहुंचने के लिए नाव में सवार होकर नदी पार करते हैं। यहां करीब दो दर्जन नाव संचालित होती है।
साेमवार को भी श्रद्धालुओं से भरी नाव अचानक नदी में पलट गई। नाव पलटने की सूचना पर भगुवापुरा थाना प्रभारी भानसिंह सिसौदिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकलवाने में मदद की।
इसके बाद वहां नावों का संचालन रुकवा दिया गया। बताया जाता है कि सिंध नदी में कई नाबालिग बच्चे भी नाव चलाने का काम करते हैं। जिनके कारण यहां हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है।