कोटा : कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद दो दिवसीय बूंदी उत्सव सोमवार को प्रसिद्ध तारागढ़ द्वार पर भगवान गणेश की पूजा के साथ शुरू होगा।
राज्य पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से संयुक्त तौर पर इसका आयोजन विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने और स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। बूंदी उत्सव में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होंगे। हालांकि, महामारी के कारण लागू यात्रा प्रतिबंधों की वजह से इस साल कार्यक्रम में बेहद कम संख्या में विदेशी पर्यटक होंगे।
सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी ने रविवार को कहाकि ये उत्सव गतिविधियां पहले जहां उपमंडल मुख्यालय में आयोजित होती थीं, वहीं कोविड-19 नियमों के पालन को ध्यान में रखते हुए इसे अब जिला मुख्यालय तक सीमित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि भगवान गणेश की पूजा के बाद शहर के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर कलाकारों के कई समूह प्रस्तुति देंगे।
उन्होंने कहा कि दो दिन के इस उत्सव में पर्यटकों को शहर के लोकप्रिय स्थलों पर नि:शुल्क प्रवेश मिलेगा। सैनी ने बताया कि कार्यक्रम के दूसरे दिन सुख महल में पेंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
सुख महल को रुडयार्ड किपलिंग पैलेस भी कहा जाता है क्योंकि अंग्रेज कवि व लेखक कभी यहां एक महीने से ज्यादा रुके थे।