Datia News : दतिया। जिला अस्पताल स्थित मेडीकल कॉलेज के अधीक्षक कार्यालय में हाइट्स कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड व वार्ड वाय ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर शनिवार को उत्पात मचा दिया। इस दौरान गार्ड प्रहलाद भटनागर एवं उसके पुत्र उज्जवल भटनागर ने पांच अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ अधीक्षक कार्यालय में आकर वहां शासकीय कार्य कर रहे सह-अधीक्षक डॉ.हेमंत जैन के साथ गाली गालौच कर झूमा झटकी कर दी और जान से मारने की धमकी दी। शासकीय कार्य में बाधा और अभद्रता को लेकर मेडीकल कॉलेज के अधीक्षक डा.अर्जुन सिंह, डाॅ.सचिन यादव ने डॉ.हेमंत जैन के साथ कोतवाली पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार सहायक प्राध्यापक मेडीसिन विभाग, सह अस्पताल अधीक्षक एवं जनसम्पर्क अधिकारी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया डॉ.हेमंत कुमार जैन शनिवार 3 सितंबर को अपने अधीक्षक कार्यालय में शासकीय कार्य कर रहे थे। तभी हाईट्स कंपनी द्वारा पदस्थ गार्ड प्रहलाद भटनागर तथा उसका पुत्र उज्जवल भटनागर जो कि मेल सर्जिकल वार्ड में हाईट्स की तरफ से वार्डवॉय का काम करता है, वहां पांच अन्य अज्ञात लोगों के साथ पहुंच गया।
अधीक्षक कार्यालय में मौजूद डॉ.अर्जुन सिंह, डॉ.सचिन सिंह यादव तथा अन्य स्टाफ के समक्ष दोनों पिता पुत्र, डा.हेमंत जैन के साथ गाली गलौच करने लगे। इस अभद्रता को लेकर जब डा.जैन से उन्हें समझाने की कोशिश की तो आरोपित ने बताया कि वो वार्डवॉय का काम नहीं जानता लेकिन फिर भी उसकी ड्यूटी वहां लगा दी गई है। इसको लेकर डा.हेमंत जैन ने उसे समझाया कि स्टाफ की कमी के कारण ऐसा हो सकता है, अभी अपना कार्य शांति से करें। कोई समस्या आने पर उनसे संपर्क करें। लेकिन इस बात पर भी वह लोग नहीं माने और झूमा झटकी पर उतारु हो गए। आरोपितों ने डा.जैन को जान से मारने की धमकी भी दे डाली।
डा.जैन ने मांगी पुलिस सुरक्षा : कोतवाली टीआई को दिए गए शिकायती आवेदन में डा.हेमंत जैन ने स्पष्ट उल्लेख किया है कि उक्त लोग बदमाश किस्म के हैं, साथ ही इन्हें राजनीतिक संरक्षण भी मिला है। ऐसे में उन्हें आरोपितों से जान का खतरा है। जिसे देखते हुए उन्हें पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। वहीं इस मामले में शासकीय कार्य में बाधा तथा अस्पताल में उत्पात करने व शासकीय सेवक से अभद्रता के संबंध में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
वहीं अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए मेडीकल कॉलेज चिकित्सकों को काफी देर तक कोतवाली में इंतजार करना पड़ा। उन्हें इस दौरान बताया गया कि सर्वर नहीं आने से एफआईआर दर्ज नहीं हो पा रही है। इस अव्यवस्था को लेकर चिकित्सकों ने नाराजगी जाहिर की है।