रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर ग्रामीण में भेंट मुलाकात के दौरान आज नगर पंचायत माना कैम्प जल आवर्धन योजना का भूमिपूजन किया। लगभग साढ़े 44 करोड़ रुपए लागत की यह योजना 27 माह में पूरी होगी। जल आवर्धन योजना के माध्यम से माना कैम्प के 3 हज़ार 2 सौ घरों तक पीने का साफ पानी पहुंचेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने माना कैम्प में खुलने वाले नये महाविद्यालय का नाम प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी महाविद्यालय करने की घोषणा की। इस मौके पर विधायक रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर ऐजाज ढेबर और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के अध्यक्ष पंकज शर्मा सहित अनके जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने माना में जल आवर्धन योजना के भूमिपूजन समारोह में सम्बोधित करते हुए कहा कि इस योजना के पूर्ण होने से सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी और विशेष रूप से हमारी बहनों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि माना कैम्प को इंदिरा जी ने ही बसाया था और उनका स्नेह यहां के लोगों को मिला। तबसे यह क्षेत्र निरंतर उन्नति और प्रगति कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि माना कैम्प के लोगों का इंदिरा गांधी जी से भावनात्मक लगाव भी है।
मुख्यमंत्री ने इंदिरा जी के नाम को स्मरणीय बनाये रखने के लिए यहां के लोगों की मांग पर यहां खुलने वाले नए महाविद्यालय का नाम प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी महाविद्यालय करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए प्रसन्नता की बात है कि इंदिरा जी के बसाये हुए माना कैेम्प में उनके नाम पर महाविद्यालय होगा।
उल्लेखनीय है कि माना कैम्प में बनने वाले जल आवर्धन योजना के तहत दो नये ओवर हेड टैंक बनाएं जाएंगे। साथ ही लगभग 65 हज़ार मीटर पाइपलाइन भी बिछाई जाएगी। इस जल आवर्धन योजना के पूरा होने से माना कैम्प वासियों की भू-जल स्त्रोतों पर निर्भरता कम होगी। इस योजना के लिए पानी की आपूर्ति नगर निगम रायपुर से होगी।