New Delhi News : नई दिल्ली । 12वीं के आंकलन का फार्मूला जारी करने के साथ ही सीबीएसई ने यह दावा भी किया है कि छात्र को इस आंकलन से कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि वह जितने अंक पाने की सोच रहा है, उसे उससे ज्यादा ही अंक मिलेंगे। इसके साथ ही छात्रों को प्रैक्टिकल में मिले पूरे अंक रिजल्ट में जोड़े जाएंगे। इनमें कोई कटौती नहीं होगी। परीक्षा के तैयार होने वाले परिणाम भी पूरी तरह पारदर्शी होंगे।
12वीं के आकलन के पैटर्न को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के परीक्षा नियंत्रक डा. संयम भारद्वाज ने कहा है कि आंकलन के लिए जल्द ही एक साफ्टवेयर तैयार किया जाएगा, जिसका लागिन सभी स्कूलों को दिया जाएगा। इसमें जाकर वे छात्रों के अंक दर्ज कर सकेंगे। हालांकि एक बार अंक दर्ज होने के बाद वे इनमें कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकेंगे।
इसके साथ ही अंकों के सही आंकलन के लिए प्रत्येक स्कूल स्तर पर एक रिजल्ट कमेटी भी गठित की जाएगी। इसमें स्कूल के प्राचार्य के साथ स्कूल के दो वरिष्ठ शिक्षक और नजदीक के 12वीं तक के किसी स्कूल के भी दो शिक्षक शामिल रहेंगे। यह कमेटी आइटी में दक्ष किसी शिक्षक को भी विशेष आमंत्रित के रूप में शामिल कर सकती है जो रिजल्ट को आनलाइन अपलोड करने में मदद भी करेगा।
सीबीएसई इस दौरान प्रत्येक रीजन के स्तर पर दस्तावेजों की जांच के लिए एक टीम भी गठित करेगी, जो स्कूलों की ओर से अपलोड किए जाने वाले अंकों को जांचेगी। सीबीएसई ने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होने पर छात्रों को जल्द ही परीक्षा का विकल्प भी मुहैया कराने का भरोसा दिया है। इसके लिए जल्द ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्थिति सामान्य होते ही परीक्षा का कार्यक्रम भी जारी किया जाएगा। आंकलन के इस फार्मूले में सीबीएसई ने सभी स्कूलों को यह छूट भी दी है, वे छात्रों को तीन साल के अलावा पिछले प्रदर्शन को देखकर भी आंतरिक आंकलन कर सकेंगे। स्कूलों को इस अवसर को बेहतर तरीके से अमल में लाना चाहिए। सीबीएसई ने इस बीच मेरिट लिस्ट जारी नहीं करने की भी जानकारी दी है।