Gwalior News : ग्वालियर । पुलिस जंगल में खाक छानती रही और अपहरण की झूठी सूचना देने वाला कर्मचारी होटल के कमरे में आराम से सोता पकड़ा गया। दरअसल बेलगढ़ा वार्ड नंबर चार निवासी अनिल उर्फ भिंडा एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। जब मंगलवार शाम उसकी ड्यूटी खत्म हुई तो घर लौटते समय उसने घर पर कॉल कर दिया कि उसका अपहरण हो गया है। युवक ने घरवालों को बताया कि चार हथियारबंद बदमाश ने उसे पकड़कर रानी घाटी के जंगल की ओर ले जा रहे हैं। इसके बाद युवक का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
अपहरण की बात सुनकर अनिल के घरवाले घबरा गए। वह सभी आनन फानन में रानीघाटी पहुंचे तो वहां अनिल की बाइक रखी मिली। जिसके बाद उन्होंने इस अपहरण की सूचना पुलिस को दी। पुलिस अधिकारी भी

मामले की गंभीरता को देखते हुए सक्रिय हो गए। पुलिस टीम तैयार की गई और रानी घाटी जंगल की सर्चिंग शुरू हुई। पुलिस इस दुविधा में थी आखिर कौन बदमाश सक्रिय हो गया जो जंगल की ओर अपहरण करके ले गया।

सर्चिंग के दौरान आया फिरौती का फोन : अभी पुलिस जंगल में सर्चिंग कर रही थी तभी आधी रात को फिर उसी नंबर से कॉल आया और इस बार दो लाख रुपये फिरौती की मांग की गई।
इस कॉल को पुलिस ने ट्रेस पर डलवाया तो लोकेशन शिवपुरी के एक होटल की मिली। जिस पर एक पुलिस टीम तत्काल शिवपुरी की ओर रवाना की गई। पुलिस मोबाइल के लोकेशन के आधार पर शिवपुरी पहुंच गई।
होटल के कमरे में सोता मिला युवक : युवक के मोबाइल की लोकेशन ट्रैस करती हुई पुलिस शिवपुरी के एक होटल में पहुंची। जहां कमरा खुलवाया गया तो वहां अनिल आराम से सोता मिला। पुलिस को देखते ही वह हड़बड़ा गया।
पुलिस उसकी हालत देखकर समझ गई कि कोई गड़बड़ है। जब पुलिस ने पूछतांछ की तो उसने कबूल कर लिया कि खुद अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाकर परिवार के लोगों को बताई थी।
मोबाइल बंद चालू करने से बड़ी गफलत : अपहरण की झूठी कहानी रचने वाला युवक लगातार भ्रम पैदा करने के लिए अपना मोबाइल फोन चालू और बंद करता रहा। जिसके कारण उसकी िस्थति नहीं मिल पा रही थी।
लेकिन जब उसने फिरौती के लिए फोन किया तो पुलिस ने उसी नंबर को ट्रेस पर डलवा दिया। जिसके बाद जंगल में भटक रही पुलिस टीम युवक की सही लोकेशन पर शिवपुरी पहुंच गई और उसकी झूठी कहानी सामने आ सकी।