जगदलपुर : केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में समाज की मुख्यधारा में लौटे युवाओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे सकारात्मक बदलावों की सराहना की। अमित शाह ने कहा कि 2019 के बाद से सरकार ने हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वालों को अवसर देने पर जोर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल हथियार छोड़ने वाले युवाओं के लिए बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
जगदलपुर में हथियार छोड़ने वाले युवाओं से मुलाकात
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में समाज की मुख्यधारा में लौटे युवाओं से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का ऐलान
अपने संबोधन में अमित शाह ने बताया कि 2019 से 2024 के बीच नॉर्थईस्ट में 9000 से अधिक लोगों ने हथियार छोड़े हैं। इसी प्रकार, नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी कई युवाओं ने सरेंडर किया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार अब हथियार छोड़ने वाले युवाओं और नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों के लिए समग्र योजना बना रही है।
मुख्य घोषणाएं :
1.डेयरी कोऑपरेटिव की शुरुआत: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के हर परिवार को एक गाय या भैंस दी जाएगी।
2.आवास निर्माण: 15,000 मकानों के निर्माण को मंजूरी दी गई है।
3.सरेंडर पॉलिसी का विस्तार: छत्तीसगढ़ की सरेंडर पॉलिसी को देशभर में लागू किया जाएगा।
4.बस्तर ओलंपिक: बस्तर के बच्चों को 2025 से 2036 के ओलंपिक तक पदक जीतने के लिए तैयार किया जाएगा।
5.सुविधाओं की प्राथमिकता: बस्तर में स्कूल, दवाखाने, मुफ्त अनाज और अन्य सुविधाएं पहुंचाने पर जोर दिया गया।
हिंसा का रास्ता छोड़ें, विकास की ओर बढ़ें
अमित शाह ने युवाओं से अपील की कि वे हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटें। उन्होंने कहा कि बस्तर की एक बच्ची जब 2036 के ओलंपिक में पदक जीतेगी, तो यह नक्सलवाद को बड़ा जवाब होगा।