Datia news : दतिया । शहर के आरएलपीएस स्कूल से कपड़ा व्यवसाई की चार वर्षीय बेटी को किडनेप करने वाले बदमाशों तक पहुंचने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। करीब एक सैकड़ा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। जिसमें बाइक पर बैठकर आए किडनेपर की गाड़ी की नंबर प्लेट आधी टूटी हुई पुलिस को नजर आई। इसके बाद नंबर प्लेट टूटी बाइक की तलाश शुरू हुई।
इसके साथ ही फुटेज के आधार पर सोशल मीडिया में ऐसे लोगों को ढूंढ़ा गया जिनके हावभाव और शक्ल किडनेपरों से मिलती जुलती हो। इनके आधार पर जब पुलिस ने पड़ताल की तो दो नाबालिग संदेह के घेरे में आए। जिन्हें पुलिस ने घटना के 72 घंटे बाद शहर के ठंडी सड़क और झांसी बाइपास से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों ने बताया कि उनमें से एक साउथ इंडिया में रह चुका है। इसलिए तय किया था कि वह बच्ची का अपहरण करके बाइक से झांसी ले जाएंगे। वहां से कार से उसे साउथ इंडिया के किसी शहर में ले जाएंगे। उसके बाद बच्ची के परिवार से 30 लाख रुपये की फिरौती की रकम वसूल करेंगे। लेकिन दोनों आरोपितों के मंसूबे पूरे नहीं हो सके। आगे की पढ़ाई करने के लिए दोनों युवक मोटी रकम पाना चाहते थे। जिसके चलते उन्होंने अपराध का सहारा लिया।
तीस लाख की फिरौती के लिए दो नाबालिगों ने शहर के स्कूल से कपड़ा व्यवसाई की चार वर्षीय बेटी के अपहरण का प्लान बनाया था। दोनों आरोपितों की करीब तीन माह पहले एक जिम में दोस्ती हुई थी। जहां उन्होंने किसी धनाढ्य परिवार के बच्चे के अपहरण की योजना बनाई थी। जिसके बाद दोनों इसे लेकर शहर के स्कूलों के आसपास घूमकररैकी करते रहे। ताकि पता चल सके कि किस परिवार के बच्चे कौन-कौन से स्कूल में आते हैं।
इस दौरान शहर के निजी स्कूल आरएलपीएस में कपड़ा व्यवसाई की बच्ची के अपहरण करने को लेकर उक्त दोनों आरोपितों ने तैयारी की। घटना के बाद से ही दोनों आरोपित फरार थे। जिनकी तलाश में पुलिस लगी थी।
पकड़े गए आरोपितों ने पुलिस पूछतांछ में अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से दो मोबाइल, एक स्मार्ट वाच व एक बाइक को जब्त कर दोनों बाल अपचारी को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। शनिवार को इस पूरे मामले का खुलासा एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने पुलिस कंट्रोल रुम में किया।
गत तीन जुलाई को फरियादी निखिल पुत्र शिवानंद ने थाना कोतवाली में अपनी चार साल की बेटी के आरएलपीएस स्कूल परिसर से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जिम में दोस्त बने आरोपित फिर दिया घटना को अंजाम : गिरफ्त में आए दोनों आरोपितों ने जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि करीब दो साल पहले दोनों एक साथ जिम में जाते थे। बाद में उनमें अच्छी दोस्ती हो गई। करीब तीन माह पहले अपनी आगे की पढ़ाई और अन्य शौक पूरा करने के लिए उन्होंने किसी बड़े परिवार के बच्चे का अपहरण करने का प्लान बनाया। जिसमें 30 लाख रुपये की फिरौती मागंने की योजना बनाई।
उसके बाद दोनों बाल अपचारी शहर में अलग-अलग स्कूलो में जाकर रैकी करने लगे। जिसके बाद उन्होंने आरएलपीएस स्कूल में पढ़ने वाली चार साल की बच्ची के अपहरण करने का प्लान बनाया एवं बच्ची के परिवार के संबंध में पूरी जानकारी हांसिल की। अपने प्लान के मुताबिक दोनों आरोपितों में से एक बच्ची के मकान के आसपास रैकी करने लगा तथा दूसरा स्कूल से बच्ची का अपहरण करने के लिए बाइक से वहा पहुंच गया।
उसके बाद वह मौका देखकर बच्ची को स्कूल से अपहरण कर ले जाने ही वाला था तभी वहीं इंटर में पढ़ने वाले बच्ची के चाचा ने उसे देखा और घेर लिया। शोरशराबा सुन अन्य लोगों के आ जाने पर आरोपित बच्ची को वहीं छोड़कर भाग निकला था।