लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप विद्यालयों में कक्षा छह से कक्षा 12 तक की पढ़ाई आगामी दिनों में शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।उन्होंने वर्तमान स्थिति का पूरी तरह आंकलन करने के बाद ही कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को सक्रिय रखा जाए। कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दूर-दराज के क्षेत्रों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। इसके अन्तर्गत ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने दूर-दराज के क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाएं सुलभ कराने में ड्रोन के उपयोग की योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रदेश के सभी 8 आकांक्षात्मक जिलों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए केन्द्र को प्रस्ताव भेजा जाए। उन्होंने जनपदों में टेलीमेडिसिन, टेलीकन्सल्टेशन को प्रोत्साहित करने के संबंध में तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
वायरोलॉजी संस्थान की लखनऊ में होगी स्थापना
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना की कार्रवाई को तेजी गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहाकि इस संस्थान को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए। प्रदेश में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना हो जाने पर चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय जांच व शोध की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रदेश में इस समय सघन पल्स पोलियो अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके तहत टीमें घर-घर जाकर 0-5 वर्ष आयु के बच्चों को पोलियो टीके की खुराक पिला रही हैं। उन्होंने इस कार्य की सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहाकि अभियान के माध्यम से लक्षित आयु वर्ग के सभी बच्चों का पोलियो टीकाकरण किया जाए।