दतिया । गुरूवार देर रात 11 बजे के करीब कलेक्टर संजय कुमार और पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ नाइट कर्फ्यू का जायजा लेने शहर के भ्रमण पर निकले थे। इसी दौरान कलेक्टर संजय कुमार को चोट लग गई। जिसके बाद एसपी राठौड़ उन्हें अपने साथ रास्ते में पड़ने वाले लाडो रतन हॉस्पीटल में लेकर पहुंचे। जहां उनके बाएं हाथ की उंगली में लगी चोट की ड्रेसिंग की गई। कलेक्टर के जख्मी होने की खबर लगते ही नाइट कर्फ्यू के लिए घूम रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य, कोतवाली थाना प्रभारी धनेंद्र सिंह भदौरिया एवं स्टाफ के अन्य लोग भी हॉस्पीटल पहुंच गए। जहां डॉक्टर से ड्रेसिंग के बाद कलेक्टर फिर अधिकारियों के साथ चैकिंग पर निकल पड़े।
गुरूवार को फिर फूटा कोरोना बम
वहीं गुरूवार को एक बार फिर दतिया में कोरोना विस्फोट हुआ। एक साथ पहली बार 38 संक्रमित मिलने से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में संक्रमितों के आसपास के क्षेत्र को कंटेंनमेंट जोन बनाने की तैयारी के लिए पूरा अमला चकरघिन्नी बन गया। लगातार तीन दिन से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से दतिया भी संक्रमण के खतरे के दायरे में आता जा रहा है। गुरूवार को 426 लोगों की जांच रिपोर्ट आई है।
जिसमें से निकले 38 संक्रमितों में से अधिकांश लोग बाहर से लौटकर दतिया आएं हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि संक्रमण की िस्थति लोगों के बाहर आने-जाने से ज्यादा बढ़ रही है। वहीं मास्क और सोशल डिस्टेंस में बरती जा रही लापरवाही भी कोरोना का खतरा बढ़ा रही है। जबकि कलेक्टर संजय कुमार इस दिशा में काफी सक्रिय हैं। वह हर रोज कोरोना की िस्थति को लेकर दिशा निर्देश देने के साथ ही बाजार में घूमकर लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरुक करने में लगे है। बावजूद इसके जरा सी लापरवाही शहर को संक्रमण की ओर धकेल रही है।