दतिया । शहर में 10 दिनों का कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद दौड़ता भागता दतिया शहर शुक्रवार शाम 6 के बाद थम गया। इसके पहले लोगों ने खूब जमकर खरीदारी की। कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने के लिए एसपी अमन सिंह राठौड ने खुद कमान संभाली और बिना मास्क लगाए घूम रहे युवकों को डंडे चलाकर सजा दी। इससे पूर्व दिन भर शहर में खूब चहल पहल रही। सड़कों पर भी खूब यातायात का दबाव रहा।
कर्फ्यू से पूर्व दोपहर में शुक्रवार को बाजार में खासी हलचल रही। कहीं लोग किराना सामान खरीदते नजर आए, तो कहीं शादी की जरूरी खरीददारी करते हुए दिखे। शहर के ऊपरी बाजार, टाउन हॉल, किला चौक और अन्य बाजारी क्षेत्रों में खासा यातायात दबाव रहा। कई जगह तो कई घंटे ट्रैफिक भी जाम रहा।
इसके अलावा राजगढ़ चौराहा से लेकर मुडि़़यन का कुआं तक दोपहर 12.30 बजे के करीब जाम की स्थिति बनी रही। इधर दूसरी और बिहारी जी की रोड पूरी तरह बंद रहा। यहां सीवर लाइन के खोदे जाने कारण वन-वे ट्रैफिक की आवाजाही ठप रही। इस कारण लोग वाहनों से तिगैलिया और टाउनहाल वाले रास्ते से आना और जाना कर रहे थे। इस कारण कई बार ट्रैफिक जाम होता रहा।
मिलिट्री स्टाइल में उतरे पुलिस कर्मी
कोरोना कर्फ्यू से पूर्व सुबह से ही पुलिस प्रशासन के कर्मचारी और अधिकारी मिलिट्री स्टाइल में ओपन शर्ट में मैदान में उतरे। पुलिस विभाग में इस प्रकार की यूनिफार्म को आम बोलचाल की भाषा में प्रसाद वितरण की ड्रेस कहा जाता है। यानि डंडे चलाने में सुविधा जनक होने से इसे यह नाम दिया गया है। सुबह से ही पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड मोटरसाइकिल पर पुलिस के एक दल के साथ पहले झांसी चुंगी नाका पहुंचे। उसके बाद बाजार की ओर आ गए।
उन्होंने बगैर मास्क वालों पर खूब डंडे चलाए। इसके बाद पुलिस का दल शाम 6 बजे के बाद फिर सक्रिय हुआ तो ताबड़तोड़ दुकानें भी बंद होती चली गई। पुलिस के वाहन लगातार सायरन बजाते हुए गली मोहल्लों में और बाजारों में घूमते रहे। इसके बाद पूरी तरीके से दतिया शहर बंद हो गया। कर्फ्यू लगते ही कलेक्टर संजय कुमार भी गाड़ी में एनांउस करते रहे और लोगों को टोकते रहे।