Datia News : दतिया। निरीक्षण के समय जब कलेक्टर ने कक्षा छठवीं के छात्र को क्लास में खड़ा कर हिंदी की किताब पढ़ने को कहा तो वह हिंदी तक नहीं पढ़ सका। यह देखकर कलेक्टर नाराज हुए और उन्होंने स्कूल के शिक्षकों की क्लास ले डाली। ग्रामीण अंचल के स्कूलों में शिक्षा के कमजोर स्तर को लेकर कलेक्टर ने शिक्षकों को जमकर लताड़ा।
जिसके बाद कुछ शिक्षकों ने जब उनसे माफी मांगी तो कलेक्टर बोले की माफी मांगनी है तो उन छात्रों से मांगे जिनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कलेक्टर बोले पचास हजार से एक लाख रुपये तक कि तनख्वाह ले रहे हो…..! लेकिन शर्म आनी चाहिए कि स्कूल की छठवीं कक्षा के बच्चे को हिंदी तक पढ़ना नहीं आती। आप लोग किस बात की तनख्वाह ले रहे हो।
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बुधवार को जिले के स्कूलों में अध्यापन कार्य की स्थिति जानने के लिए कलेक्टर, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लेकर स्वयं ग्रामीण स्कूलों का निरीक्षण करने निकले थे। कलेक्टर संजय कुमार ने दतिया जनपद पंचायत के विभिन्न शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालयों से बिना कारण के अनुपस्थित पाए गए तथा स्कूल समय पर विद्यालयों में उपस्थित रहने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीसीपी को बनाने के निर्देश दिए।
गैर हाजिर मिले शिक्षकों को लगाएं फोन : कलेक्टर संजय कुमार बुधवार दोपहर आकस्मिक निरीक्षण के दौरान सबसे पहले माध्यमिक विद्यालय अगोरा पहुंचे। यहां तीन शिक्षक अनुपस्थित मिले। जिनमें महेश कुमार शर्मा, सुरेंद्र सिंह प्रजापति और सुशीला शामिल थे। इस पर उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य हरीश कुमार रावत को फोन लगाया और फोन पर ही फटकार लगाते हुए विधालय की अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की।
जिसके बाद उन्होंने विद्यालय में अनुपस्थित मिले तीनों शिक्षकों को उपस्थित होने के लिए कहा है। इसके बाद कलेक्टर माध्यमिक विद्यालय आनंदपुर पहुंचे। यहां शिक्षक प्रवेंद्र शर्मा अनुपस्थित मिले। उन्हें बताया गया कि शिक्षक का अटैचमेंट संकुल पर है। इस कलेक्टर ने उन्हें भी फोन लगाया और शिक्षक प्रवेंद्र को तत्काल विद्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा साथ ही अटैचमेंच समाप्त करने के निर्देश दिए गए।
विद्यालयों में जानकारियों का बोर्ड लगवाने के दिए निर्देश : कलेक्टर कुमार ने निरीक्षण के दौरान शिक्षण संस्थाओं के प्रमुखों को निर्देश दिए कि छात्र-छात्राओं को देश एवं प्रदेश के प्रमुख एवं महत्वपूर्ण व्यक्तियों सहित जिले की मूल-भूत जानकारी भी दीवाल लेखन या बोर्ड पर अंकित कराई जाए।
जिससे छात्र-छात्राएं महत्वपूर्ण व्यक्तियों एवं जिले की सामान्य जानकारी से भी परिचित हो सकें। उन्होंने कहाकि जो कमियां शिक्षण संस्थाओं मंे देखने को मिली है वह अगले भ्रमण के दौरान न मिले। उनके द्वारा इस प्रकार का भ्रमण निरंतर जारी रहेगा। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी यूएन मिश्रा, डीपीसी राजेश पैंकरा आदि साथ रहे।