एजुकेशन. देश में फैले कोरोनावायरस की वजह से कई महीनों के स्कूल-कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में ड्राइंग की प्रक्रिया के बीच बंद पड़ी देश भर की यूनिवर्सिटीज को दो नम्बरदार से फिर से खोला जाएगा। हालांकि, कोरोना के खतरे को देखते हुए विश्वविद्यालय ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने संस्थानों को परिस्थितियों के आधार पर ऑनलाइन, ऑफ़लाइन या दोनों ही तरीकों से रीडाने का विकल्प दिया है। वहीं, यूजीसी के निर्देश के बाद से ही यूनिवर्सिटीज ने भी इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान यदि कक्षाएं लगती हैं, तो श्रेणियों की कुल क्षमता के आधे स्टूडेंट्स को ही कहा जाएगा।
जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगी यूजीसी
कोरोना के बीच पुन: कॉलेज खोलेने के बारे में यूजीसी ने नई सुरक्षा गाइडलाइन पर भी काम शुरू कर दिया है। यह नया मार्गदर्शक एक नवंबर से पहले कभी भी जारी हो सकता है। इसके तहत कोरोना से बचाव के साथ ही कैंपस में आने वाले स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए भी एक अध्यक्ष तैनात किया जाएगा। इस दौरान कैंपस में डॉक्टरों की एक टीम और एबुलेंस को तैयार रखा जाएगा, ताकि कोई भी स्टूडेंट को किसी भी तरह की परेशानी हो तो उसे तुरंत ठीक किया जाए। इसके अलावा कैंपस में भी एक आइसोलेशन रूम तैयार किया जाएगा। यूनिवर्सिटी आने वाले हर टीचर, स्टूडेंट और अन्य कर्मचारियों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही एंट्री दी जाएगी।
ऑफ़लाइन या त्रैमासिक अध्ययन होगा
इससे पहले सितंबर को जारी यूजीसी के एकेडमिक कैलेंडर में यूजी- पीजी फर्स्ट ईयर की क्लासेस एक नवंबर से शुरू हुई थी। हालांकि, अभी भी कोरोना संक्रमण को लेकर बने कारणों के कारण यूजीसी ने अब विश्वविद्यालय को यह विकल्प दिया है, कि अगर इंस्टीट्यूट खोलने की स्थिति नहीं बनती है, तो ऑनलाइन ही पढ़ाई शुरू की जाएगी, लेकिन एकेडमिक कैलेंडर में अब कोई बदलाव नहीं होगा। इसका मतलब है कि विश्वविद्यालय को नए सत्र की पढ़ाई दो नवंबर से ही शुरू होनी चाहिए।
31 अक्टूबर तक पूरे करने के लिए एडमिशन होगा
जारी कैलेंडर में यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटीज से 31 अक्टूबर तक फाइनल ईयर की परीक्षाएं और एडमिशन ऑफलाइन खत्म करने के भी निर्देश दिए थे। हालाँकि, इस दौरान पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों ने परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय भी मांगा था, जिसके लिए UGC ने अनुमति दी थी। हालांकि, यूजीसी ने सभी से फिर 15 नवंबर तक सभी परीक्षाएं खत्म करने को कहा था। ऐसे में 15 नवंबर के बाद इन राज्यों में भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी।