राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म : कांग्रेस का ‘डरो मत’ कैंपेन शुरू , जानिए क्या है पूरा मामला !

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को शुक्रवार को लोकसभा की तरफ से एक बड़ा झटका लग गया है जहां अब वो सांसद नहीं रहे.सचिवालय ने इसका ऑफिसियल नोटिफिकेशन जारी कर दिया है । कांग्रेस पार्टी ने इस निर्णय के बाद बीजेपी के और जमकर हल्ला बोल दिया है साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति से मिलने के लिए भी समय माँगा है।

उन्हें संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और ‘जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951’ की धारा 8 के तहत संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया गया है।

क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दें की, दरअसल राहुल गाँधी को 2019 के एक मामले में गुरुवार को मानहानि का दोषी पाया गया था, जहा उन्‍होंने एक सभा में ‘मोदी सरनेम’ को लेकर टिप्‍पणी की थी। जहां उन्होंने नीरज मोदी ,ललित मोदी का ज़िक्र करते हुए ‘मोदी सरनेम’ पर विवादित कमेंट किये थे।

हालांकि, उन्हें कोर्ट से सजा मिलने के तुरंत बाद राहुल गांधी को जमानत दे दी गई थी और उन्हें इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 30 दिनों तक उनकी सजा को निलंबित कर दिया गया था। सूरत कोर्ट ने इसी पर फैसला सुनाया था।

मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं – राहुल
राहुल ने अपनी लोकसभा सदस्यता जाने पर ट्विटर के मध्यम से लिखा कि “मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।” कांग्रेस के सभी नेता राहुल के इस ट्वीट को खूब रीट्वीट कर रहे है।

कांग्रेस का ‘डरो मत’ कैंपेन
साथ ही राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी वर्कर ने सोशल मीडिया पर ‘डरो मत’ कैंपेन शुरू किया है। जहां उन्होंने इसका हैस्टेग शेयर करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा भी उनके सपोर्ट में पार्टी के लोग रास्ते पर बैनर होर्डिंग के मध्यम से अपनी आवाज़ उठा रहे हैं।

बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने तंज कसते हुए कहाकि – अब, राहुल गाँधी पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहते हैं। अदालतों में उसकी आलोचना होती है, लेकिन वह माफी मांगने से इंकार कर देते है, जिससे पता चलता है कि ओबीसी के लिए उनकी नफरत कितनी गहरी है। भारत की जनता ने उन्हें 2019 में माफ नहीं किया…2024 में सजा और कड़ी होगी।

कांग्रेस ऑफिस में बैठक का दौर !
CPP चेयरपर्सन सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गाँधी सहित संसदीय दल के सदस्य मौजूद रहे।

इंदिरा गाँधी की भी हुई थी लोकसभा सदस्यता ख़त्म : राहुल गाँधी की दादी इंदिरा गांधी को भी इमरजेंसी के दौरान 1978 में अपने संसद पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। लेकिन फिर कुछ समय बाद 1980 में उन्होंने भारी बहुमत से अपनी सरकार बनाई थी।

 

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