दतिया। बुधवार दोपहर शहर के दारुगर पुलिया क्षेत्र में दुकानदार भी उस वक्त चौंक पड़े जब सीएम डा.मोहन यादव के पुतले में आग लगाकर कांग्रेसी नेताओं ने बीच सड़क पर दौड़ लगा दी । दरअसल जलता हुआ पुतला छीनने के लिए पुलिस उनके पीछे लगी थी।
ऐसे में कांग्रेसियों ने चतुराई दिखाते हुए जल्दी से पुतला जलाया और दौड़ लगा दी। ऐसे में पुलिस को भी भागमभाग करनी पड़ी। कुछ देर के लिए कांग्रेसियों ने पुलिस को सड़क पर दौड़ लगवा दी। आखिर बाद में जलता हुआ पुतला पानी से बुझा लिया गया।

परिवहन घोटाले में आरोपित सौरभ शर्मा को दी गई जमानत के विरोध में बुधवार को किला चौक पर कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव का पुतलाफूंका। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकिंकर गुर्जर के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारियों ने दारुगर की पुलिया पर मुख्यमंत्री के पुतले में आग लगाई।
इसके बाद पुतला लेकर कांग्रेसी नेता किला चौक की ओर दौड़ पड़े। नेताओं के पीछे पुलिस भी पानी का डिब्बा लेकर भागी। कुछ दूरी पर कांग्रेसियों ने सड़क पर पुतला पटक दिया, जिसे पुलिस ने पानी डालकर बुझाया। इस दौरान कांग्रेसियों ने सीएम यादव व प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पुतला दहन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकिंकर गुर्जर ने कहाकि पिछले दिनों मप्र परिवहन घोटाले में एक कार से अरबों रुपये का सोना और करोड़ों रुपये की नगदी बरामद हुई थी।

उसके बारे में कोई खुलासा सरकार ने नहीं कर सकी। बल्कि सच्चाई छिपाई जा रही है। गुर्जर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कद्दावर मंत्री, नेताओं तथा भ्रष्ट अधिकारियों के तार इस मामले से जुड़े हैं।
उक्त भ्रष्टाचार में पकड़े जाने के डर से आरोपित कांस्टेबल सौरभ शर्मा को आनन-फानन में हाजिर कराकर झूठी खाना पूर्ति कर जेल भेज दिया गया। जबकि उक्त प्रकरण में किसी एजेंसी से जांच कराई जाना था। लेकिन उच्च स्तरीय जांच न कराकर उसे जमानत पर रिहा करवा दिया गया।
कांग्रेस नेता ने कहाकि भाजपा सरकार को डर था कि सौरभ शर्मा जेल में रहेगा तो उससे और राज उजागर न होजाए। इसलिए जांच में शिथिलता बरत कर जमानत का लाभ प्रदान किया गया।