भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “श्रीराम का नाम ही काफी है, यथा नाम तथा गुण।” उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम अपने आचरण, पितृभक्ति और मर्यादा के कारण ही मर्यादा पुरुषोत्तम बने। ओरछा के लोग धन्य हैं, जिनके नगर में भगवान श्रीराम राजा सरकार का दरबार सजता है। मुख्यमंत्री बुधवार को निवाड़ी जिले के ओरछा में आयोजित कार्यक्रम में श्रीराम राजा लोक के दूसरे चरण के निर्माण कार्यों के भूमिपूजन और अन्य विकास कार्यों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
239 करोड़ से अधिक लागत के कार्य प्रगति पर : डॉ. यादव ने कहा कि ओरछा में 239 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से कई विकास परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें श्रीराम राजा लोक के दोनों चरणों सहित सात प्रमुख निर्माण कार्य शामिल हैं। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन-अर्चन कर दूसरे चरण के निर्माण कार्यों की आधारशिला रखी और पहले चरण के 130 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले चरण में 5.50 करोड़ की लागत से बनी 103 नई दुकानों और प्लाज़ा का लोकार्पण किया जा रहा है, जिससे ओरछा आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को अधिक सुविधा मिलेगी।
18 लोकों का निर्माण, धार्मिक पुनर्जागरण की दिशा में कदम : मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ओरछा सहित कुल 18 सांस्कृतिक और धार्मिक लोकों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे आस्था और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि “ओरछा में भगवान श्रीराम दिन बिताते हैं और केवल शयन के लिए अयोध्या जाते हैं।” डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी धार्मिक नगरों में पूर्ण शराबबंदी लागू की है, ताकि इन क्षेत्रों की पवित्रता बनी रहे।
निवाड़ी को नई पहचान – हर घर नल से जल और औद्योगिक प्रगति : मुख्यमंत्री ने बताया कि निवाड़ी प्रदेश का दूसरा जिला है जहां हर घर तक नल से जल पहुंच चुका है। जिले के पृथ्वीपुर क्षेत्र में 3200 करोड़ रुपये की लागत से 300 हेक्टेयर भूमि पर ‘इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट’ स्थापित किया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने नेंदुआ में नए अस्पताल के निर्माण, नई सड़कों के निर्माण और निवाड़ी को नगर पालिका परिषद का दर्जा देने की घोषणा भी की।
ओरछा बनेगा अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल : डॉ. यादव ने कहा कि ओरछा अब वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान बना रहा है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत ओरछा में टूरिस्ट एक्सपीरियंस सेंटर, एंट्री प्लाज़ा, हुनरशाला और यात्रा पथ के विकास कार्य किए जा रहे हैं। यूनेस्को की हिस्टोरिकल अर्बन लैंडस्केप (HUL) पहल के तहत ओरछा को चुना गया है और 2027-28 तक इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा देने की सिफारिश केंद्र सरकार ने की है।
332.85 करोड़ की सौगात और नई घोषणाएँ : मुख्यमंत्री ने कहा कि निवाड़ी जिले को आज 332.85 करोड़ रुपये की लागत से अधिक के 21 विकास कार्यों की सौगात मिली है। इनमें नया सांदीपनि विद्यालय, शासकीय महाविद्यालय, और पुरातात्विक परिसरों के संरक्षण कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ओरछा रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 6 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बनाया गया है। प्रदेश के छह धार्मिक नगरों — मैहर, चित्रकूट, ओंकारेश्वर, महेश्वर, ओरछा और अमरकंटक — में दीनदयाल रसोई योजना का विस्तार किया गया है, जहाँ श्रद्धालुओं को मात्र 5 रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्थानीय विकास और रोजगार सृजन : मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम राजा लोक के निर्माण से धार्मिक और पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। स्थानीय महिलाओं के होमस्टे प्रोजेक्ट्स मध्यप्रदेश में पहले और दूसरे स्थान पर रहे हैं। इस वर्ष चंदपुरा और जमुनियां खास में एक दर्जन नए होमस्टे प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि सिंहस्थ 2028 में जब श्रद्धालु उज्जैन आएं, तो वे ओरछा की भव्यता भी अवश्य देखें।
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति : कार्यक्रम में सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व विधायक डॉ. शिशुपाल यादव, विधायक अनिल जैन, राजेश पटेरिया, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विकास प्रदर्शनी और ग्रामीण आजीविका मिशन की महिला उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया और महिलाओं को प्रोत्साहित किया।


