पुणे : भारत का सबसे बड़ा युवा शिखर सम्मेलन- ‘राष्ट्रीय युवा सम्मेलन’ स्मार्ट शहर मिशन, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, युवा कार्यक्रम के विभाग और राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान (एनआईयूए) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 2023 में भारत के जी-20 अध्यक्षता के तत्वावधान में आयोजित किया गया है, और अर्बन-20 और यूथ-20 आयोजन के समूहों के साथ संरेखित किया गया है। 13 से 14 मार्च 2023 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इस 2-दिवसीय सम्मेलन में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय दोनों एक साथ आ रहे हैं। यह यू-20 और वाई-20 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श करने और कल के उज्ज्वल नेताओं को प्रोत्साहन देने के लिए युवा मस्तिष्क को एक साथ लाएगा।
गुजरात के अहमदाबाद में अर्बन-20 की स्थापना बैठक में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप एस. पुरी ने कहा, “अर्बन-20 को वैश्विक सहकर्मी सीखने के एक महान अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए।”सीखने की इस उत्कट महत्वाकांक्षा को जीवित रखते हुए, इस आयोजन में देश भर के युवा, राष्ट्रीय नेता, विशेषज्ञ, विद्यार्थी शोधकर्ता और नवप्रवर्तक कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आएंगे और एक-दूसरे से सीखेंगे कि शहरों और समुदायों को रहने और फलने-फूलने के लिए बेहतर जगह कैसे बनाया जाए।
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव, मनोज जोशी ने हमारे शहरों में क्या होता है, यह निर्धारित करने में योजना, वित्त और शासन के साथ-साथ स्थिरता और जनसांख्यिकीय बदलाव के महत्व पर भी प्रकाश डाला। मनोज जोशी ने कहा, “भारत की वर्तमान आबादी का 35 प्रतिशत हिस्सा शहरी है। वर्ष 2047 तक शहरी आबादी के 53 प्रतिशत तक हो जाने की आशा है। इसके साथ ही हमारी शहरी आबादी दोगुनी होने वाली है, यानी लगभग 400 मिलियन अधिक आबादी हमारे शहरों में जा रही है। इसलिए, हमारे लिए शहरीकरण का भविष्य और भारत की समृद्धि का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि शहर में क्या होता है और हम अपनी शहरीकरण प्रक्रिया को कितनी अच्छी तरह से प्रबंधित करते हैं, चाहे वह शहरों का फैलाव हो या एक सुव्यवस्थित शहर। इस सब के आलोक में गुजरात के अहमदाबाद में अर्बन-20 स्थापना शिखर सम्मेलन में प्रस्तुतियाँ, चर्चाएँ, संवादात्मक सत्र और अन्य आकर्षक गतिविधियाँ होंगी जो दोनों समूहों द्वारा पहचाने गए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को उजागर करती हैं।
कॉन्क्लेव की कुछ प्रमुख घटनाओं में शामिल होंगे –
विमोचन – एसएएआर संग्रह 1.0
देश के 15 प्रमुख महाविद्यालयों ने एसएएआर कार्यक्रम (स्मार्ट सिटीज एंड एकेडेमिक टुवर्ड्स एक्शन रिसर्च) के अंतर्गत अभिनव शहरी परियोजनाओं के 75 से अधिक केस स्टडीज का दस्तावेजीकरण किया है।
- अन्य विमोचन- यह आयोजन प्रजातंत्र, इंडियन स्मार्ट सिटीज फेलो प्रोग्राम (आईएससीएफ़पी), नेशनल अर्बन डिजिटल मिशन (एनयूडीएम), द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम (टीयूएलआईपी) द्वारा लेखों, केस स्टडीज और सूचनाओं के संग्रह और नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म (एनयूएलपी) के जारी करने के लिए भी एक आधार होगा।
- विमोचन – एसएएआर संग्रह 2.0
- प्रत्येक स्मार्ट शहर को कम से कम एक शैक्षणिक/अनुसंधान संस्थान के साथ टाई-अप करने और कार्यान्वित परियोजनाओं के कम से कम 3 केस स्टडी तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये नवोन्मेषी शहरी पहलों की प्रतिकृति के लिए संदर्भ दस्तावेज बनेंगे।
- प्रदर्शनी – कार्यक्रम स्थल पर एसएएआर और एनएमसीजी (स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन) के तहत अभिनव शहरी परियोजनाओं पर दो प्रदर्शनियां 2 दिनों के लिए स्मार्ट समाधान प्रदर्शनी लगाई जाएंगी।
- पूर्ण सत्र – बेहतर शहरी भविष्य के लिए कौशल और नवाचार को उत्प्रेरित करने वाले जलवायु परिवर्तन के लिए समाधान, प्रशासन और योजना रूपरेखा के विषयों पर चर्चा होगी।
स्मार्ट शहर मिशन, आवासन और शहरी विकास मंत्रालय-एमओएचयूए के संयुक्त सचिव कुणाल कुमार ने कहा, “यह सम्मेलन भारतीय युवाओं के महत्व और भारत के शहरी विकास में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालता है। इस आयोजन के दौरान भारतीय युवाओं को बढ़ावा देने के लिए कई पहलों का प्रदर्शन किया जाएगा। उनकी ऊर्जावान भागीदारी से हमारे शहर और अधिक स्मार्ट बनेंगे।”
राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान-एनआईयूए के निदेशक हितेश वैद्य ने कहा, “अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए युवाओं का उत्साह और जुनून विस्मयकारी है। राष्ट्रीय युवा सम्मेलन, जो देश के युवाओं और सरकारी नेतृत्व को एक साथ लाता है, क्रॉस लर्निंग का एक अवसर है। जबकि यह युवाओं को शासन में उनके अधिकारों के बारे में जानने और राष्ट्रीय विकास में योगदान करने के लिए बहुत आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करता है। युवाओं के उत्साह और नवीन विचारों के माध्यम से नेतृत्व को लाभ होगा!”
अर्बन-20 के बारे में
अर्बन-20 (यू-20), जी-20 के अंतर्गत एक आयोजन समूह, जी-20 में राष्ट्रीय नेताओं की चर्चाओं को सूचित करने के लिए प्रमुख जी-20 शहरों के महापौरों को एक साथ लाता है, और शहरों को सामूहिक रूप से जी-20 वार्ताओं को सूचित करने के लिए एक मंच स्थापित करता है। इस वर्ष यू-20 संवाद पर बल दिया जाएगा। विश्व के लिए दीर्घकालिक लाभकारी परिणाम प्राप्त करने और समन्वित शहर-स्तरीय गतिविधियों के लिए रास्ता तय करने के लिए शहरी क्षेत्र को बदलने की आवश्यकता। यू-20 के अंतर्गत विचार-विमर्श छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर केंद्रित होगा जो जटिल वैश्विक शहरी एजेंडे को कार्रवाई योग्य शहर-स्तरीय पहलों में बदलने के लिए महत्वपूर्ण हैं। समावेशन सभी विचार-विमर्शों में एक क्रॉस कटिंग फोकस होगा।
यू-20 के प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं:
- पर्यावरणीय रूप से दायित्वपूर्ण व्यवहार को प्रोत्साहित करना
- जल सुरक्षा सुनिश्चित करना
- जलवायु वित्त में तेजी लाना
- ‘स्थानीय’ पहचान की चैंपियनिंग
- शहरी प्रशासन और योजना के लिए ढांचे को फिर से खोजना
- डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करना
यूथ20 के बारे में
यूथ-20 (वाई-20) आयोजन समूह, 2010 में आयोजित अपने पहले वाई-20 सम्मेलन के साथ, एक मंच प्रदान करता है जो युवाओं को जी-20 प्राथमिकताओं पर अपनी दृष्टि और विचारों को व्यक्त करने की अनुमति देता है और जी-20 नेताओं को प्रस्तुत की जाने वाली सिफारिशों की एक श्रृंखला के साथ आता है। वर्ष 2023 में वाई-20 इंडिया शिखर सम्मेलन भारत के युवा-केंद्रित प्रयासों का उदाहरण होगा और इसके मूल्यों और नीतिगत उपायों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा ताकि इस शिखर सम्मेलन का भारत का नेतृत्व युवा समूह के बीच खड़ा हो सके। शिखर सम्मेलन के लिए चुने गए प्राथमिकता वाले क्षेत्र इन मुद्दों पर वैश्विक और घरेलू दर्शकों दोनों के लिए भारतीय नेतृत्व का प्रदर्शन करेंगे और जी-20 शिखर सम्मेलन को वास्तव में सहभागी बनाने के भारत के दृष्टिकोण को पूरा करने में मदद करेंगे।
वाई-20 के प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं:
- काम का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार, और 21वीं सदी के कौशल
- जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना
- शांति निर्माण और सुलह: युद्ध रहित युग की शुरुआत
- साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा
- स्वास्थ्य, भलाई और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा