करोड़ों खर्च करने के बाद भी जलावर्धन योजना से मिल रहा दूषित पेयजल लोगों में नाराजगी, सप्लाई व्यवस्था बदलने को लेकर उठी मांग

दतिया. नगर के 15 वार्डों में निवासरत लगभग 30 हजार की आबादी को जलावर्धन योजना लागू होने के बाद भी शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। करोड़ों रुपयों की लागत से तैयार इस योजना को लेकर लोगों को जो उम्मीदें थीं वह अब तक पूरी नहीं हो सकी है। जो पेयजल लोगों के घरों तक पहुंच रहा है वह पीने योग्य नहीं है। इस िस्थति के चलते अब लोग पुराने नलकूपों से होने वाली जलापूर्ति व्यवस्था पुनः बहाल करने और वर्तमान जलावर्धन योजना को बंद करने की मांग करने लगे हैं।

हाल ही में विभागवार की गई समीक्षा के दौरान विधायक रक्षा संतराम सिरोनिया के समक्ष भी नगर में सप्लाई हो रहे दूषित पेयजल की शिकायत प्रमुखता से उठाई गई। जिस पर बैठक में मौजूद सीएमओ नपंभांडेरविजयबहादुर सिंह ने विधायक को अवगत कराया था कि अनुबंधित बानको कंपनी को नोटिस जारी किया गया है।

बैठक में जानकारी दी गई थी कि उक्त अनुबंधित कंपनी को 19 मई 2021, 8 जुलाई 2021 तथा 28 जुलाई 2021 को पत्र लिखकर जलप्रदाय एवं फिल्टर संचालन में की जा रही लापरवाही से अवगत कराया जाता रहा है।

लेकिन सुधार होने की अपेक्षा स्थिति निरंतर बिगड़ती जा रही है। जिसके कारण नपं पर लोगों की शिकायतों का दबाव बढ़ रहा है। पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बदलने को लेकर भी समीक्षा बैठक में मांग उठी।नपं को यह जिम्मेदारी अपने हाथ में लेने का सुझाव भी दिया गया। जिस पर विधायक ने उचित समाधान तलाशने का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोगों का भी आरोप है कि नगर में सप्लाई किए जा रहे पेयजल की नियमित टेस्टिंग नहीं की जा रही है। ना ही संबंधित कर्मचारी ध्यान दे रहे हैं।

नाराज वार्डवासियों ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन

नगर के वार्ड 4 के निवासियों ने जलापूर्ति का कोई समय निश्चित नहीं होने और दूषित पेयजल सप्लाई व फिल्टर प्लांट कर्मचारियों के अभद्र व्यवहार को लेकर सीएमओ को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कंपनी के कर्मचारियों के नामों का उल्लेख भी किया गया है।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter