Datia News : दतिया। पार्थिव शिवलिंग निर्माण आयोजन के दौरान चल रही बागेश्वरधाम महाराज पं.धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा में शामिल होने सोमवार शाम पंडोखरधाम पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज भी दतिया पहुंचे। बुंदेलखंड क्षेत्र के दो बड़े धार्मिक स्थल के संतों का एक मंच पर समागम होता देख भक्तों में उत्साह के साथ आश्चर्य भी नजर आया।
बतादें कि अभी कुछ दिन पूर्व ही इंटरनेट मीडिया पर इन दोनों संतों के बीच आरोप प्रत्यारोप को लेकर वीडियो लगातार वायरल हो रहे थे। जिसके कारण यह माना जा रहा था कि दोनों प्रसिद्ध धामों के संतों के बीच विवाद शायद ही कभी थम सकेगा।
लेकिन सोमवार को जब गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा के आमंत्रण पर पंडोखरधाम के पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज दतिया में आयोजित बागेश्वरधाम महाराज की कथा में पहुंचे तो विवादों पर विराम लग गया। कथा के दौरान पायलट बाबा भी शामिल होने दतिया पहुंचे थे।
विवाद दूर करने में गृहमंत्री बने कड़ी : चर्चा है कि गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने पंडोखर सरकार और बागेश्वरधाम के संतों के बीच चल रही तनातनी को दूर करने के लिए दोनों संतों को एक ही मंच पर लाकर विवादों को विराम देने का प्रयास किया है। गौरतलब है कि गृृहमंत्री डा.मिश्रा लंबे समय से पंडोखरधाम से जुड़े हुए हैं। वहीं वह बागेश्वरधाम भी अभी हाल में सपत्नीक होकर आए थे।
पंडोखरधाम आने का दिया बागेश्वरधाम महाराज को न्यौता : कथा मंच पर गुरुशरण महाराज ने गृहमंत्री डा.मिश्रा को अपना शिष्य बताते हुए कहाकि उनके आग्रह पर वह यहां आए हैं। उन्होंने कहाकि बागेश्वरधाम महाराज पं.धीरेंद्रकृष्ण उनके छोटा भाई के समान हैं। उन्होंने बागेश्वरधाम महाराज को पंडोखरधाम आने का न्यौता भी दिया। उन्होंने कहाकि पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जब भी चाहे पंडोखरधाम आ सकते हैं। वह सादर आमंित्रत हैं। इसके साथ ही पंडोखरधाम पीठाधीश्वर ने अपने छतरपुर प्रवास के दौरान सपरिवार बागेश्वरधाम आने का भी वादा पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से किया।
फलन फूलने का दिया आशीर्वाद : गुरुशरण महाराज ने कहाकि पीड़ित जन की समस्याओं के निदान करने के सभी के अपने-अपने तरीके होते हैं। उन्हाेंने कहाकि पुरानी सभी बातों को भूलकर मैं उन्हें फलने फूलने का आशीर्वाद देता हूं। गुरुशरण महाराज ने बागेश्वरधाम की महिमा के बारे में भी उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया। उन्होंने पंडोखरधाम की विशेषता के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि यह क्षेत्र महाभारतकाल से जुड़ा हुआ। यहां पांडवों ने अज्ञावास के दौरान समय व्यतीत किया था।
संतों के आने से आता है बसंत : पार्थिव शिवलिंग आयोजन के दौरान चल रही हनुमत कथा के विश्राम अवसर पर आभार व्यक्त करते हुए गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने कहाकि संतों का आना परम सौभाग्य होता है। संतों के आने से ही बसंत जैसा वातावरण हो जाता है। मन में आध्यात्मिक चेतना का संचार होने लगता है।
गृहमंत्री ने कहाकि पार्थिव शिवलिंग आयोजन के दौरान पांच दिन कैसे गुजर गए पता ही नहीं चला। दतिया वासियों ने अपने आंचल में बाहर से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को जगह देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। श्रद्धा और सेवा का भाव अगर देखना है तो दतिया में आए। उन्होंने दतियावासियों की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए। आयोजन में सेवा करने वाले सभी कार्यकर्ताओं को भी साधुवाद दिया।