नागपुर(महाराष्ट्र) : महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में आसमान से दहकती हुई कुछ अज्ञात वस्तुएं गिरती दिखाई दीं, जिसके बाद सिंदेवाही तहसील के दो गांवों में लोहे के छल्ले और सिलेंडर नुमा वस्तुएं पाई गई हैं। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
चंद्रपुर के जिलाधिकारी अजय गुलहाने ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्थानीय लोगों ने शनिवार को अपराह्न करीब 7.50 बजे सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव में खुले भूखंड में लोहे का एक छल्ला पड़ा देखा।
उन्होंने कहा,‘‘लोहे का छल्ला पहले वहां नहीं था, इसलिए यह कहा जा सकता है कि यह कल आसमान से गिरा होगा।’’ गुलहाने ने बताया कि मुंबई के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष को यह जानकारी दे दी गई है और एक दल चंद्रपुर के गांव का दौरा कर सकता है।
उन्होंने बताया कि रविवार सुबह इसी तहसील के पवनपार गांव में सिलेंडरनुमा वस्तु पाई गयी। उन्होंने कहा,‘‘ यह सिलेंडरनुमा वस्तु है जिसका व्यास एक से डेढ़ फुट है। इसे जांच से लिए रख लिया गया है। हमने कनिष्ठ राजस्व अधिकारियों को जिले के प्रत्येक गांव में भेजा है,ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं किसी गांव में और कोई वस्तु गिरी तो नहीं है।’’
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने उत्तरी महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में शनिवार शाम आसमान से दहकती हुई अज्ञात वस्तुएं गिरने की सूचना दी। पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने बताया कि सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव में शाम करीब पौने आठ बजे ‘‘एल्यूमिनियम और स्टील की एक वस्तु’’ गिरी।
इस तरह के दृश्य महाराष्ट्र के बुलढाणा, अकोला और जलगांव जिलों में शाम करीब साढ़े सात बजे और पड़ोसी मध्य प्रदेश के बड़वानी, भोपाल, इंदौर, बैतूल और धार जिलों में भी देखने को मिले। विशेषज्ञों ने अनुमान व्यकत किया है कि ये या तो पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने वाले उल्कापिंड हो सकते हैं या रॉकेट बूस्टर के टुकड़े हो सकते हैं, जो उपग्रह प्रक्षेपण के बाद गिर जाते हैं।