दतिया राजपरिवार का विवाद और गहराया, दोनों पक्षों ने कराए केस दर्ज
दतिया.राजपरिवार में संपत्ति को लेकर अब विवाद और गहराने लगा है। पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। इसमें विधायक घनश्याम सिंह के चाचा के बेटे लखनऊ निवासी गिरिराज सिंह और उनकी चाची राजमाता हेमलता सिंह तथा दो अन्य लोग अशोक विक्रम सिंह और आशीष श्रीवास्तव के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज किया गया है। इससे पूर्व विगत बुधवार को गिरिराज सिंह की रिपोर्ट पर विधायक घनश्याम सिंह के समर्थकों पर अलग-अलग धाराओं में मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं।

विधायक घनश्याम सिंह के चचेरे भाई गिरिराज सिंह ने गुरूवार को पत्रकार वार्ता लेकर बताया कि घनश्याम सिंह ने उनकी 700 करोड़ की संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। वे मूल रूप से लखनऊ और बलरामपुर में रहते हैं और वहां अपना व्यवसाय करते हैं। महीने दो महीने में अपने पैतृक किले पर आते हैं। किले के जिस हिस्से में रहते हैं। 3 नवंबर को जब वे यहां आए तो वहां के ताले तोड़कर साफ सफाई की जा रही थी। इस पर उन्होंने सवाल किया कि उनके हिस्से के ताले कैसे तोड़े गए। इस हिस्से पर किस प्रकार से कब्जा कर लिया। इस पर घनश्याम सिंह के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की और अब उनके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है। झूठी रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने (गिरिराज) पिस्तौल दिखाने सहित धमकाने आदि के आरोप भी लगाए हैं। गिरिराज सिंह ने बताया कि उनके ताऊ के लड़के व भाई घनश्याम सिंह ने बहुत ही साजिश कर पैतृक निवास किले की संपत्ति पर अपना जबरदस्ती कब्जा कर लिया है।उन्होंने बताया कि दतिया जिले में लगभग 700 करोड़ की जो संपत्ति है वह उनके अधिकार क्षेत्र की है। इसके लिए उन्होंने कोर्ट में बंटवारा भी फाइल किया हुआ है। गिरिराज का आरोप है कि विधायक सिंह ने राजमाता हेमलता के साथ मारपीट और झूमा झटकी भी की है। जो इस राजवंश के सम्मान को चोट पहुंचाने जैसा है। राजवंश विवाद को लेकर गुरुवार को गिरिराज सिंह और हेमलता सिंह ने पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की। उन्हें सारे घटनाक्रम की जानकारी दी। हालांकि इनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला पहले ही दर्ज कर लिया है। गिरिराज सिंह का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ सहयोगात्मक रवैया नहीं अपनाया।

दो दिनों से हो रहे है विवाद में लखनऊ से आए गिरिराज सिंह, हेमलता सिंह और उनके एक रिश्तेदार अशोक विक्रम सिंह तथा पारिवारिक मित्र आशीष श्रीवास्तव जब मंगलवार को यहां पहुंचे थे, उसी दौरान यह विवाद हुआ था। इसके बाद विधायक घनश्याम सिंह ने भी अपने समर्थकों के साथ पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देकर धरना दिया था। उसके बाद गुरुवार को उनकी शिकायत पर इनके खिलाफ भी मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं।धरना प्रदर्शन के बाद दर्ज हुआ केस

राजघराने में संपत्ति विवाद सामने आने के मामले में कोतवाली पुलिस ने फरियादी सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह की रिपोर्ट पर उनके चाचा के लड़के गिरिराज सिंह पुत्र स्व.केशव सिंह निवासी खुर्शीद बाग लखनऊ सहित घनश्याम सिंह की चाची हेमलता सिंह एवं दो अन्य साथियों अशोक विक्रम सिंह निवासी ब्योना जिला जालौन, आशीष श्रीवास्तव निवासी जालौन के खिलाफ आपराधिक मामला धारा 294, 445, 571, 451, 506, 34 के तहत दर्ज किया है। दोनों पक्षों के बीच यह पूरा विवाद 3 नवंबर को हुआ जिसमें एक पक्ष की ओर से घनश्याम सिंह ने गिरिराज सिंह एवं उनके साथ आए लोगों पर किले के एक हिस्से के ताले इलेक्ट्रॉनिक कटर से काटने एवं कर्मचारियों से मारपीट कर घनश्याम सिंह से किला खाली करने एवं न करने पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में कल रात को केस दर्ज हुआ। इधर किले की इस संपति विवाद में सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने पत्रकारों को बताया कि संपत्ति का कोई विवाद ही नहीं है। गिरिराज सिंह के परिवार से पहले ही बंटवारा हो चुका है। दतिया किले पर इनका कोई हक नहीं है।

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