Datia news : दतिया। करंट की चपेट में आए भतीजे को बचाने में ताऊ की भी जान चली गई। हादसा उस समय हुआ जब दोनों ताऊ-भतीजे गेंहूं की फसल में पानी देने के लिए मंगलवार 21 जनवरी की दोपहर खेत पर गए थे। थरेट में हुई इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। ताऊ भतीजे की एक साथ उठी अर्थी को देखकर गांव के लोगों की आंखें भी भर आई।
घटना के दौरान आसपास कोई न होने के कारण ताऊ-भतीजे के शव करीब तीन घंटे तक खेत पर ही पड़े रहे। जब खेत के पास से कुछ लोग गुजरे तो उन्होंने दोनों मृतकों के बारे में पुलिस को सूचना दी।

जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। इस दौरान करंट प्रवाहित तारों के बीच पड़े शवों को निकालने के लिए बिजली कंपनी को सूचना देकर लाइट बंद कराई गई। मौके पर मौजूद लोगों की मदद से मृतकों के शव पीएम के लिए भेजे गए।

पुलिस के मुताबिक मंगलवार को थरेट निवासी हिमांशु शर्मा पुत्र रमेश शर्मा अपने ताऊ प्रहलाद पुत्र गोविंदास के साथ गेंहूं की फसल में पानी देने के लिए खेत पर गया था।
इस दौरान प्रहलाद खेत में काम करने लगा और उसका भतीजा हिमांशु मोटर पंप का तार लगाने चला गया। तार लगाते समय अचानक हिमांशु करंट की चपेट में आ गया।
करंट लगने पर हिमांशु की चीख निकल पड़ी जिसे सुनकर उसका ताऊ प्रहलाद उसे बचाने दौड़ा। भतीजे हिमांशु को करंट प्रवाहित तारों से छुड़ाने की कोशिश में ताऊ प्रहलाद भी तारों से चिपका रह गया।
कुछ ही देर में दोनों चाचा-भतीजे की मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान खेत के आसपास सुनसान होने के कारण इस घटना के बारे में करीब तीन से चार घंटे तक किसी को कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
इस बीच कुछ लोग जब दोपहर में वहां से निकले तो उन्होंने घटना के बारे में खबर मृतक हिमांशुु के पिता रमेश शर्मा और पुलिस को दी। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम जांच में लिया है।