Datia News : दतिया। नहर में डूबे भाई बहन का शव रविवार को काफी मशक्कत के बाद करीब 22 घंटे बाद ढूंढ़ लिया गया। वहीं इस हादसे में जिस मासूम की भी जान गई थी उसका शव ग्रामीणों ने घटना के कुछ देर बाद ही नहर से ढूंढ़ निकाला था। घटना के बाद से ग्राम जौरा में शोक का माहौल है। वहीं रविवार सुबह नहर में पानी कम न हाेने को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने दतिया-इंदरगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही इंदरगढ़ थाना प्रभारी परमानंद शर्मा ने पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। तब जाकर वह मानें और जाम खोला।
शनिवार शाम नहर में डूबे भाई-बहन के शव तलाशने में 23 घंटों का समय लगा। वहीं रविवार सुबह नहर का पानी न रोके जाने को लेकर ग्रामीण आक्रोश में आ गए। इसके बाद उन्होंने सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद ग्रामीण मानें और जाम खुल सका।

इसके बाद नहर का पानी कम होने के बाद महिला निशा का शव दोपहर ढाई बजे के आसपास नहर में मिला। इसके लगभग आधे घंटे बाद कुछ आगे जाकर मृत निशा के भाई बृजेश का भी शव बरामद कर लिया गया। नहर में बहे दोनों शव मिलने के बाद थाना प्रभारी अमर सिंह गुर्जर ने अपनी मौजूदगी में शवों को मौके पर ट्रैक्टर में रखवाकर पीएम के लिए भांडेर पहुंचवाया।

जहां दुरसड़ा थाने के पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में डा.आरएस परिहार ने पीएम कर शव स्वजन को सौंप दिए। इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्राम जौरा में मातम छा गया। भाई ब्रजेश का मौर सिराने खुशी-खुशी अपने दोनों बेटों के साथ मायके विजपुरा गई बहन निशा इस तरह दुनिया को छोड़ देगी, ऐसा उसके परिवार के लोगों ने भी नहीं सोचा था। ससुराल पक्ष के लाेग इस हादसे को लेकर गहरे सदमे में नजर आए।
बहन को ससुराल छोड़ने के दौरान हुआ हादसा : शनिवार को दबोह के बिजपुर गांव से दुरसड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम जौरा निवासी निशा पत्नी राहुल अहिरवार को गोंदन के रास्ते पारीछा नहर पर बनी कच्ची सड़क के रास्ते बाइक क्रमांक एमपी32 एमई 3590 से उसकी ससुराल छोड़ने आ रहे भाई बृजेश अहिरवार पुत्र सियाशरण का बाइक पर से संतुलन बिगड़ने से आगे बैठे भांजे अक्षत सहित वह स्वयं नहर में जा गिरा था। वहीं महिला निशा और 4 वर्षीय बेटा अभिराज बाइक सहित सड़क पर गिर पड़े थे। इसी बीच बेटे और भाई को नहर में बहता देख महिला निशा ने भी छलांग लगा दी। नहर का बहाव तेज होने पर भाई बहन और मासूम अक्षत पानी में बह गए।
घटना के वक्त नहर के आसपास कुछ ग्रामीण भी मौजूद थे। उन्होंने इस जब देखा तो कुछ लोग ने नहर में छलांग लगाकर जैसे तैसे बह रहे बालक अक्षत को तो पकड़ लिया। लेकिन तब तक उसने भी दम तोड़ दिया। इस बीच बृजेश और निशा लोगों की पहुंच से दूर होकर लहरों में गुम हो गए।
शव ढूंढ़ने के लिए बुलाए गए गोताखोर : घटना की जानकारी दुरसड़ा थाने को दिए जाने के बाद थाना प्रभारी अमर सिंह गुर्जर घटनास्थल पर पहुंचे और पारीछा नहर संचालन से सम्बद्ध एसडीओ को नहर का पानी रुकवाने को कहकर गोताखोर बुलवाए गए। जिन्होंने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से दिन ढलने तक नहर में डूबे भाई-बहन को तलाशने के प्रयास किए। लेकिन अंधेरा होने पर तलाश अभियान को अगले दिन तक के लिए रोक दिया गया।