जयपुर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ज्ञापन देने गई कुछ छात्राओं के साथ व्यवहार को लेकर शनिवार को अलवर के जिलाधिकारी (कलेक्टर) पर निशाना साधा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिलाधिकारी ने जिस भाषा में बात की वह सरकारी भाषा है।’’
उल्लेखनीय है कि 14 साल की एक लड़की मंगलवार रात अलवर जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में एक पुल पर बदहाल अवस्था में मिली थी। उसके जननांग और शरीर पर गंभीर चोटें थीं। उसका जयपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इसको लेकर कुछ छात्राएं शुक्रवार को जिलाधिकारी नन्नूमल पहाड़िया को ज्ञापन देने गईं थीं। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।इसका जिक्र करते हुए पूनियां ने कहा, ‘‘कोई जिलाधिकारी अपने विवेक से इस तरह बात नहीं कर सकता है कि जब तक उस पर सरकार का दबाव नहीं हो।’’
पूनियां के अनुसार, ‘‘जिलाधिकारी उन बच्चियों से पूछता है कि अपने मोबाइल नंबर दीजिये, अपने माता-पिता के नंबर दीजिये, हम उनसे बात करेंगे, क्या बच्ची की अस्मत का मामला उठाना नाजायज है? स्कूल-कॉलेज की बच्चियां हिम्मत करके वहां जाती हैं और उनसे जिलाधिकारी जो बोलते है वह सरकारी भाषा है, यह बचाव की भाषा है, बच्चियों की हिम्मत की दाद देता हूं कि जिलाधिकारी से निर्भीक तरीके से बात की।’’
जिलाधिकारी इस वीडियो में लड़कियों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की नसीहत देते दिखाई दे रहे हैं।
संपर्क करने पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में ज्ञापन देने के लिए महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था। उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद महिलाएं दो लड़कियों के साथ लौटीं जिनमें से एक स्कूल वर्दी में थी, तब उन्होंने उनको अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनकी बात सुनीं। उन्होंने लड़कियों से छेड़खानी होने की शिकायत भी की तो मैंने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके साथ ही मैंने उनसे पढ़ाई पर ध्यान देने को भी कहा।’’ उक्त महिलाएं भाजपा के एक स्थानीय नेता की ओर से ज्ञापन देने गई थीं।